- हाथ काटने की घटना के शिकार हुए एसआई हरजीत सिंह के सम्मान में चला अभियान
- 'मैं भी हरजीत सिंह' अभियान के तहत पुलिस कर्मियों ने पहना सहयोगी के नाम का बैच
- पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने भी एक दिन के लिए बदला अपना नाम
चंडीगढ़: महामारी को रोकने के लिए कर्फ्यू का पालन करा रहे पंजाब पुलिस के सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह का हाथ काटने की घटना सामने आई थी, अब उनके साथ एकजुटता दिखाते हुए सोमवार को पंजाब पुलिस के पुलिस कर्मी सहयोगी के नाम के बैच के साथ नजर आए। दिन भर चलने वाले इस अभियान का नाम 'मैं भी हरजीत सिंह' रखा गया है।
इस बीच, पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने भी हरजीत सिंह के समर्थन में अपना नाम बदलकर 'हरजीत सिंह' रख लिया, जिनका हाथ 12 अप्रैल को पटियाला में एक हमले में निहंगों की ओर से काट दिया गया था। अभियान पर टिप्पणी करते हुए डीजीपी गुप्ता ने कहा, 'हरजीत सिंह पुलिस और अन्य फ्रंटलाइन पर डटे कर्मियों पर हमलों के खिलाफ एक प्रतीक बन गया है।'
पुलिस डीजीपी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'आइए सभी को दिखाते हैं कि एसआई हरजीत सिंह की तरह, फ्रंट पर COVID-19 से लड़ने वाले पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों पर कोई हमला, भारत को एकजुट करेगा। एसआई हरजीत और सभी योद्धाओं के साथ एकजुटता में, मैं आप सभी से उनका नाम आपकी चेस्ट पर गर्व से पहनने का आग्रह करता हूं।'
इस बारे में पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लोग सिंह के साथ एक तख्ती पर 'मैं भी हरजीत सिंह' लिखकर और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करके भी एकजुटता दिखा सकते हैं।
गौरतलब है कि हरजीत सिंह का बायां हाथ निहंग सिखों से टकराव के बाद काट दिया गया था। चंडीगढ़ के पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) के डॉक्टरों द्वारा उनके हाथ को 7 घंटे की सर्जरी के बाद सफलतापूर्वक वापस लगा दिया था।
घटना के दौरान पटियाला की एक सब्जी मंडी में कर्फ्यू पास दिखाने के लिए कहने पर पुरुषों के एक समूह ने पुलिस अधिकारियों पर हमला किया था। एएसआई के साथ तीन अन्य पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया था। पंजाब पुलिस ने अपने अनुकरणीय साहस के लिए सिंह को उप-निरीक्षक के पद पर पदोन्नत किया था।