चेन्नई : कांग्रेस नेता राहुल गांधी तमिलनाडु के दौरे पर हैं, जहां इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस दौरान वह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर खूब हमले कर रहे हैं। राज्य के तीन दिवसीय दौरे का आगाज कांग्रेस नेता ने शनिवार को कोयंबटूर से किया था, जिसके दूसरे दिन रविवार को उन्होंने इरोड के ओडानिलाई में बुनकारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने चीन और किसानों के मुद्दों को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर हलमा बोला। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि किसानों, श्रमिकों, बुनकरों को समान अवसर नहीं दिए गए।
'...तो भारत में बनी शर्ट पहन रहे होते चीनी राष्ट्रपति'
लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर भारत में किसानों, श्रमिकों और बुनकरों की स्थिति मजबूत होती, उन्हें संरक्षण और अवसर दिए गए होते तो चीन कभी भारत में घुसने की हिमाकत नहीं करता।' उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का एक-एक कदम उद्योगपतियों और बड़े कारोबारियों को फायदा पहुंचाने और किसानों, कामगारों को कमजोर करने के लिए होता है, जबकि देश की वास्तविक ताकत इन्हीं किसानों और कामगारों से है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर अगर देश में बुनकरों और छोटे व मझोले उद्योगों की स्थिति मजबूत होती तो आज चीन के राष्ट्रपति भी भारत में बनी कमीज पहनते, चीनी लोग भारत में बनी कार चला रहे होते, वे भारतीय विमानों में सफर रहे होते और चीनी घरों में भारत में बने कार्पेट होते। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है तो इसकी वजह सिर्फ केंद्र सरकार की नीतियां हैं, जिसका मकसद बस देश के चार-पांच गिने-चुने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाना और देश की वास्तविक शक्ति को कमजोर करना है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चीन से देश को बचाने के लिए आज सेना, नौसेना और भारतीय वायुसेना का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अगर देश के किसानों, श्रमिकों, कामगारों का इस्तेमाल किया गया होता तो सेना, नौसेना या वायुसेना को सीमा पर तैनात करने की आवश्यकता नहीं होती। चीन कभी भारतीय क्षेत्र में घुसने की हिम्मत नहीं करता।
बीते साल अप्रैल से ही बना है तनाव
यहां गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ बीते साल अप्रैल के आखिर से ही गतिरोध शुरू होने के बाद से ही सरकार के खिलाफ हमलावर रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि चीन की सेना भारतीय क्षेत्र के भीतर दाखिल हो गई है। हालांकि सरकार ने भारतीय क्षेत्र में चीनी अतिक्रमण से इनकार किया है, पर तनाव की स्थिति अभी खत्म नहीं हुई है। गतिरोध दूर करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की नौ दौर की वार्ता हो चुकी है और कूटनीतिक स्तर पर भी बातचीत की प्रक्रिया जारी है, पर अब तक कोई समाधान सामने नहीं आया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में माना कि सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है और दोनों देशों के बीच संघर्ष के हालात से इनकार नहीं किया जा सकता।