- आरआरबी एग्जाम देने वाले छात्रों के समर्थन में आए राहुल गांधी
- बिना नाम लिए मोदी सरकार पर साधा निशाना, वो डिस्लाइक या कमेंट बंद कर सकते हैं आवाज नहीं
- केंद्र सरकार द्वारा परीक्षा कराए जाने का विपक्ष कर रहा है विरोध
नई दिल्ली। नीट-जेईई एग्जाम के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पुनर्विचार अर्जी खारिज कर दी और इस तरह से 13 सितंबर को होने वाली नीट परीक्षा पर संशय पूरी तरह खत्म हो गया। इसके साथ ही जेईई एग्जाम जो एक से 6 सितंबर के बीच तय समय पर जारी हैं उस पर से भी संशय खत्म हो गया। इस बीच आरआरबी एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी छात्रों के समर्थन में मोदी सरकार पर हमला बोला।
आवाज नहीं दबा सकती है सरकार
राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए कहा कि वो डिस्लाइक या कमेंट के जरिए आप की आवाज को बंद कर सकते हैं।लेकिन वो आवाज उठाते रहेंगे। राहुल गांधी ने कहा इस समय देश एक ऐसी सरकार है जो लोगों की दिक्कतों और परेशानियों पर ध्यान नहीं दे रही है। वो कहते हैं कि यह सरकार पूरी तरह मनमानी पर उतर आई है। एक तरफ छात्रों के हित की बात करती है। लेकिन दूसरी तरफ इस तरह के फैसले से अपने दमनकारी चेहरे को सामने ला रही है।
सोनिया गांधी, ममता बनर्जी दर्ज करा चुकी हैं विरोध
कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कहा था कि जिस तरह से नीट और जेईई के मुद्दे पर मोदी सरकार अड़ियल रूख अपनाए हुए उससे एक बात साफ है कि उसे छात्रों के स्वास्थ्य से लेनादेना नहीं है। आखिर कोरोना महामारी में एग्जाम कराने का क्या फायदा है क्या सरकार समय पर पढ़ाई कराने में सक्षम होगी। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि गैर बीजेपी सरकारों को न सिर्फ अदालत के फैसले के विरोध में आना चाहिए बल्कि मोदी सरकार का पूरजोर विरोध भी करना चाहिए।