- यूपी पुलिस के खिलाफ मानवाधिकार आयोग पहुंची कांग्रेस, NHRC में राहुल गांधी सहित कई नेता रहे मौजूद
- कांग्रेस का आरोप- सीएए प्रदर्शनों के खिलाफ यूपी पुलिस ने आम लोगों पर की ज्यादती
- राहुल गांधी बोले- जो हो रहा है, वह संविधान की भावना के खिलाफ है
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का रूख किया। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हुए प्रदर्शनों का दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर की गई बर्बरता के खिलाफ उचित करवाई की मांग की। इस शिष्टमंडल में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, जितिन प्रसाद, राजीव शुक्ला और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी शामिल थे।
मानवाधिकार आयोग से राहुल गांधी ने कहा, 'देश में एक सिस्टमेटिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है। वे लोगों पर बर्बरता के लिए पुलिस मित्र नियुक्त किए जा रहे हैं। जो हो रहा है, वह संविधान की भावना के खिलाफ है। हम ऐसा देश नहीं बन सकते जिसमें सत्ता अपने ही लोगों से बर्बरता करे। मानवाधिकार आयोग को इसपर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। अगर मानवाधिकार आयोग जमा किए गए डॉक्युमेंट की गहनता से पड़ताल करेगा तो पता चलेगा कि यूपी में कुछ बेहद ही गलत हुआ है।'
आपको बता दें कि आज ही इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी राज्य सरकार से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कथित पुलिस कार्रवाई के मामले में 17 फरवरी को अगली सुनवाई तक रिपोर्ट जमा करने को कहा। कोर्ट ने पुलिस ज्यादती के खिलाफ दाखिल कई जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश सुनाया।
अदालत ने कहा है कि रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया जाए कि पुलिस के खिलाफ इन प्रदर्शनों के दौरान कितनी शिकायतें दर्ज की गयीं और कितने लोग मारे गये तथा कितने घायल हुए।