- राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा
- भाजपा पर एमपी में कांग्रेस की सरकार गिराने का आरोप लगाया
- कांग्रेस नेता ने फरवरी से अब तक 'सरकार की उपलब्धियां' गिनाईं
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कोरोना काल में 'सरकार की उपलब्धियां' गिनाते हुए उस पर तंज कसा है। अपने एक ट्वीट में राहुल ने कहा कि फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए। मार्च में मध्य प्रदेश में सरकार गिराई गई और अब राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश हो रही है। इसीलिए देश कोरोना की लड़ाई में 'आत्मनिर्भर है।' राहुल गांधी इन दिनों सरकार पर रोजाना हमला बोल रहे हैं।
'देश कोरोना की लड़ाई में इसीलिए आत्मनिर्भर है'
राहुल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, 'गत फरवरी माह में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर आए। मार्च में मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरा दी गई। अप्रैल महीने में प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से मोमबत्ती जलवाई। मई में सरकार की छठवीं सालगिरह मनी। जून महीने में बिहार में वर्चुअल रैली की और जुलाई महीने में राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने की कोशिश हो रही है। इसीलिए देश कोरोना की लड़ाई में 'आत्मनिर्भर' है।'
लद्दाख, कोरोना दोनों मामलों पर हमलावर हैं राहुल
कोरोना का संकट हो या लद्दाख में चीन के साथ तनाव, इन दोनों मुद्दों पर कांग्रेस नेता सरकार पर लगातार हमलावर हैं। राहुल गांधी ने सोमवार को एक वीडियो जारी कर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपनी 'एक नकली मजबूत छवि' गढ़ी है और यह देश की सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है। चीन की विदेश नीति पर बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि लद्दाख का केवल सीमा का मसला नहीं है। चीन रणनीतिक रूप से बिना सोचे-विचारे कोई काम नहीं करता। उनके दिमाग में पूरी दुनिया का नक्शा रहा होगा। वह दुनिया को बदलना चाहता है।
राहुल को भाजपा अध्यक्ष ने दिया जवाब
राहुल के इस प्रहार का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जवाब देने में देरी नहीं की। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हाल के वर्षों में देखा गया है कि चाहे वह डोकलाम का मसला हो या मौजूदा सीमा तनाव की, राहुल गांधी भारतीय सेना में भरोसा करने की बजाय चीन से जानकारियां प्राप्त करते हैं। नड्डा ने सवाल किया, 'एक वंशवादी परंपरा से आने वाला व्यक्ति एक कमजोर भारत और एक मजबूत चीन क्यों चाहता है?'