नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं हैं और मैं कभी माफी नहीं मांगने वाला हूं। दरअसल, बीजेपी उनसे 'रेप इन इंडिया' वाली टिप्पणी पर माफी की मांग कर रही है। शुक्रवार को बीजेपी ने संसद में भी इसे लेकर हंगामा किया और राहुल से माफी की मांग की।
इसी पर रैली में जवाब देते हुए राहुल ने कहा, 'संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं भाषण के लिए माफी मांगू। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। माफी नहीं मांगूंगा। मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा।' उन्होंने कहा कि माफी पीएम मोदी और अमित शाह को मांगनी है। पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही थी। अर्थव्यवस्था हमारी शक्ति थी। लोग दुनिया का भविष्य चीन और भारत को बोलते थे। इन्होंने हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट कर दी। हिंदुस्तान के दुश्मन चाहते थे कि भारत की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाए। यह काम हमारे प्रधानमंत्री ने कर दिया।
राहुल के इस हमले पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'अगर राहुल गांधी 100 जन्म लेते हैं तो भी वह राहुल सावरकर नहीं हो सकते। सावरकर वीर थे, देशभक्त थे और उन्होंने बलिदान दिया। राहुल गांधी अनुच्छेद 370, एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक, नागरिकता संशोधन कानून के लिए जो भाषा इस्तेमाल करते हैं, वह पाकिस्तान की भाषा है। वो ना ही 'वीर' हो सकते या सावरकर के बराबर भी नहीं हो सकते।'
पात्रा ने कहा कि अगर वह (राहुल गांधी) कोई नया नाम चाहते हैं, तो आज भाजपा उन्हें 'राहुल थोडा शरम कर' के नाम से बुलाएगी। उन्हें थोड़ी शर्म करनी चाहिए, एक व्यक्ति जो 'मेक इन इंडिया' की तुलना 'रेप इन इंडिया' से करता है, उसने शर्म और गरिमा की सभी हदें पार कर दी हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी और ट्वीट कर कहा, 'वीर सावरकर तो सच्चे देशभक्त थे...उधार का सरनेम लेने से कोई गांधी नहीं होता, कोई देशभक्त नहीं बनता..देशभक्त होने के लिए रगों में शुद्ध हिंदुस्तानी रक्त चाहिए। वेश बदलकर बहुतों ने हिंदुस्तान को लूटा है अब यह नहीं होगा। यह तीनों कौन है?? क्या यह तीनों देश के आम नागरिक हैं??'