- कोविड-19 की स्थिति पर राहुल गांधी ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से बातचीत की है
- एक विशेषज्ञ ने कांग्रेस नेता से कहा कि वैक्सीन अगले साल तक बन सकता है
- कोविड-19 का टीका बनाने के लिए कई देशों में चल रहा है काम
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गाधी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के बाद जीवन पूरी तरह बदलने वाला है जैसा कि अमेरिका में 9/11 के हमले के बाद हुआ। सबके जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। राहुल गांधी ने यह बात स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बातचीत में कही है। राहुल ने एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से कोविड-19 के बनने वाले टीके के ऊपर भी सवाल किया। विशेषज्ञ ने कहा कि दुनिया भर में कई टीकों पर काम चल रहा है और उम्मीद है कि कम से कम एक टीका अगले साल तक लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
राहुल ने पूछा कब आएगा टीका
इस बातचीत में राहुल ने स्वास्थ्य विशेषज्ञ आशीष झा से पूछा, 'ये भैया बताएं कि वैक्सीन कब आएगी?' इस पर झा ने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि यह अगले साल तक आ जाएगा। दुनिया में कई टीकों पर काम चल रहा है और उनमें से कम से एक लोगों के लिए उपलब्ध हो सकता है। वैक्सीन के निर्माण में कई देश लगे हैं।' हॉरवर्ड विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विशेषज्ञ झा ने कहा कि लॉकडाउन के बाद जब अर्थव्यवस्था खुलेगी तो आपको भरोसा पैदा करना होगा। इसके अलावा जिन क्षेत्रों में कोविड-19 का खतरा ज्यादा है उन इलाकों में आक्रामक तरीके से टेस्टिंग किए जाने की जरूरत है।
'तबाह हो सकती है अर्थव्यवस्था'
विशेषज्ञ ने आगे कहा, 'हम महामारियों के दौर में प्रवेश कर रहे हैं। हमने देखा है कि यह अंतिम महामारी नहीं है।'स्वीडन के स्वास्थ्य विशेषज्ञ जोहना गिसेके ने कांग्रेस नेता से कहा, 'भारत ने लॉकडाउन का यदि कड़ाई से पालन किया तो वह जल्दी ही अपनी अर्थव्यवस्था तबाह कर लेगा। भारत में एक 'सॉफ्ट लॉकडाउन' लागू किया जाना चाहिए था।'
अधिक टेस्टिंग से लोग भयभीत होंगे
राहुल ने आगे कहा, 'भारत में कम संख्या में होने वाली टेस्टिंग के बारे में मैंने सरकार के अधिकारियों से बात की। उनका कहना है कि आप यदि ज्यादा संख्या में लोगों की जांच करेंगे तो यह उन्हें भयभीत करेगा। अधिकारियों ने अनधिकृत तौर पर बताया कि इससे आप ज्यादा लोगों को ज्यादा भयभीत करते हो।' बता दें कि राहुल गांधी कोविड-19 से निपटने के लेकर सरकार के प्रयासों पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है और इसे देखते हुए लॉकडाउन असफल हो गया है। कांग्रेस नेता गरीब लोगों के खाते में कैश ट्रांसफर किए जाने की मांग भी सरकार से करते रहे हैं।