- कांग्रेस के बागी विधायक भंवर लाल शर्मा से पूछताछ करने के लिए फिर से मानेसर होटल पहुंची SOG की टीम
- राजस्थान सरकार का कहना है कि ऑडियो टेप प्रमाण है कि BJP ने सरकार गिराने के प्रयास किए
- इस मामले में कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का इस्तीफा मांगा है
नई दिल्ली: राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम ने रविवार देर शाम हरियाणा के मानेसर होटल का फिर से दौरा किया। एसओजी की टीम यहां कांग्रेस से निलंबित किए गए विधायक भंवर लाल शर्मा से पूछताछ करने गई थी। एक कथित ऑडियो के संबंध में ये पूछताछ होनी है। इस ऑडियो के सामने आने के बाद भंवर लाल को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। इश कथित ऑडियो में अशोक गहलोत सरकार को गिराने के लिए खरीद-फरोख्त की बात की जा रही है।
हालांकि, एसओजी टीम को लगभग 20 मिनट के इंतजार के बाद खाली हाथ लौटना पड़ा क्योंकि होटल प्रबंधन ने उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी और उन्हें सुबह आने के लिए कहा। 'हिंदुस्तान टाइम्स' ने एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक राठौर के हवाले से कहा, 'जानकारी के आधार पर एक टीम को शर्मा से पूछताछ के लिए मानेसर भेजा गया है। चूरू और जयपुर में शर्मा के आवासों पर भी नोटिस भेजा गया है।'
एडीजी ने आगे कहा कि 10 जुलाई को राजस्थान सरकार को गिराने के प्रयास के संबंध में पहला मामला दर्ज किया गया था और करणी सिंह के रूप में पहचाने गए व्यक्ति को नोटिस भेजा गया।
इससे पहले एसओजी टीम ने आईटीसी मानेसर का दौरा किया था, जहां सचिन पायलट कैंप के कांग्रेस विधायक कथित तौर पर ठहरे हुए हैं। हालांकि, वे होटल में लापता विधायकों को नहीं ढूंढ सके।
एसओजी टीम ने मानेसर में बेस्ट वेस्टर्न रिजॉर्ट का भी दौरा किया। कथित तौर पर कुछ विधायकों के वहां होने की सूचना मिलने पर रविवार रात को आधा दर्जन से अधिक अधिकारी और एसओजी के जवान रिसॉर्ट में पहुंचे और रिसॉर्ट में प्रबंधन अधिकारियों से जानकारी एकत्र की।
कांग्रेस के निशाने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद कांग्रेस केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेता अजय माकन ने रविवार को कहा, 'कांग्रेस ने ऑडियो क्लिप को लेकर उठे विवाद को समाप्त करने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से अपनी आवाज का नमूना देने को कहा है। यदि चुनी गई किसी सरकार को पैसे की ताकत से अपदस्थ किया जाता है, तो यह जनादेश के साथ धोखा और लोकतंत्र की हत्या है। हरियाणा सरकार भंवरलाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह की आवाज के नमूने लेने से राजस्थान पुलिस को क्यों रोक रही है। यदि भाजपा की कोई भूमिका नहीं है, तो केंद्र, हरियाणा सरकार, ईडी, आईटी विभाग बागी कांग्रेस विधायकों को सुरक्षा क्यों दे रहे हैं।'