नई दिल्ली: राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)) के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) के खिलाफ महाराष्ट्र में नासिक में मामला दर्ज हुआ है। राजस्थान पर्यटन विभाग में ई-टायलेट का ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए 17 मार्च को वैभव सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान इकाई ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत पर राज्य के पर्यटन विभाग में कार्य निविदा में हुई कथित धोखाधड़ी में संलिप्तता को लेकर निशाना साधा है।
प्रदेश अध्यक्ष पूनियां ने ट्वीट कर सीएम पर हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत से स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने एक मराठी समाचार चैनल का वीडियो क्लिप साझा करते हुए ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री के सुपुत्र का नाम इन मराठी ख़बरों में सुनाई दे रहा है, माननीय मुख्यमंत्री को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। राजस्थान की जनता सिर्फ़ सच्चाई जानना चाहती है।'
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वहीं वैभव गहलोत ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि चुनाव नजदीक आने पर इस तरह की और बातें उठेंगी।वहीं वैभव गहलोत ने अपना पक्ष रखते हुए ट्वीट किया है, 'मीडिया में किसी प्रकरण को लेकर कुछ चल रहा है, जिसमें मेरा नाम भी डाला गया है। मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और मेरा इस सबसे कोई सम्बन्ध नहीं है।'
वैभव गहलोत के अनुसार, 'हम सभी जानते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे झूठे आरोपों के साथ-साथ ऐसी कारस्तानियां और मैनिपुलेटेड (तोड़ी-मरोड़ी/ बिना तथ्य वाली) बातें सामने आएंगी।'
शिकायतकर्ता सुशील भालचंद्र पाटिल ने प्राथमिकी दर्ज करायी है
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के नासिक के गंगापुर थाने में वलेरा और गहलोत समेत 14 लोगों के खिलाफ 17 मार्च को प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता सुशील भालचंद्र पाटिल ने अदालत के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज करायी है जिसमें आरोप लगाया गया है कि वलेरा ने खुद को गहलोत का करीबी बताते हुए राजस्थान में काम दिलवाकर मुनाफा करवाने के नाम पर उससे 6.80 करोड़ रुपये लिए और उसके साथ धोखाधड़ी की।