- गाजीपुर बॉर्डर में गुरुवार रात को अचानक से बदल गए हालात
- खत्म हो रहे धरने में फिर से जुटने लगी भीड़, टिकैत के आंसुओं के बाद बदले हालात
- आज यूपी के मुजफ्फरनगर में किसानों ने बुलाई महापंचायत
नई दिल्ली: किसानों और सरकार के बीच चल रही लड़ाई में गुरुवार का दिन काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। जहां यूपी के कई जगहों पर धरना दे रहे किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया वहीं दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर भी शाम तक ऐसा लग रहा था कि आज ही यहां भी धरना खत्म हो जाएगा, लेकिन गुरुवार शाम को मीडिया से बात करते हुए जब राकेश टिकैत रोने लगे तो उसके बाद हालातों ने ऐसी पलटी मारी कि करीब-करीब खाली हो चुके गाजीपुर बॉर्डर पर फिर से भीड़ उमड़ने लगी और पुलिस को वापस जाना पड़ा।
आज मुजफ्फरनगर में महापंचायत
टिकैत के आंसुओं के बाद हरियाणा के जींद में किसान सड़कों पर उतर गए और उन्होंने रोड ब्लॉक कर दी। वहीं मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग उनके गांव सिसौली भी पहुंच गए जहां खूब नारेबाजी भी हुई। राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने ऐलान कर दिया कि ये अब आर पार की लड़ाई है और शुक्रवार सुबह मुजफ्फरनगर सिटी के राजकीय इंटर कॉलेज में महापंचायत बुलाई जाएगी। अब देखना होगा कि आज महापंचायत में किसान क्या फैसला लेते हैं।
मिला राजनीतिक समर्थन
टिकैत को राजनीतिक दलों ने भी समर्थन दिया है। राष्ट्रीय लोकदल के चिह्न पर 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके टिकैत को आरएलडी मुखिया अजीत सिंह और उनके बेटे का साथ मिल चुका है। जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अभी चौधरी अजित सिंह जी ने BKU के अध्यक्ष और प्रवक्ता, नरेश टिकैत जी और राकेश टिकैत जी से बात की है। “चिंता मत करो, किसान के लिए जीवन मरण का प्रश्न है। सबको एक होना है, साथ रहना है- ये संदेश दिया है चौधरी साहब ने!'
आप के संजय सिंह ने किया समर्थन का ऐलान
यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन की तलाश कर रही आम आदमी पार्टी ने भी टिकैत को समर्थन देने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'राकेश टिकैत जी से फ़ोन पर बात हुई अरविंद केजरीवाल जी और AAP पूरी तरह किसानो के साथ हैं टिकैत जी बोले- किसानो के साथ सरकार ने ग़द्दारी की है किसानो पर हमले की साज़िश है प्रशासन ने पानी बंद करा दिया शौचालय तक हटवा दिया। तानाशाही मुर्दाबाद कल संसद में आप किसानों का मुद्दा उठायेगी।'
इसके अलावा कांग्रेस ने भी टिकैत को समर्थन दिया है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'एक साइड चुनने का समय है. मेरा फ़ैसला साफ है. मैं लोकतंत्र के साथ हूं, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं।'