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तमाम मोर्चे फतेह करने वाले राम माधव की हुई RSS में वापसी, कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक निभाया 'अहम रोल'

Updated Mar 21, 2021 | 09:43 IST

Ram Madhav back in RSS:बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता राम माधव बीजेपी से वापस आकर एक बार फिर आरएसएस का हिस्सा बन गए हैं अब वह संघ की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्‍य बनाए गए हैं।

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बीजेपी के महासचिव रहते हुए राम माधव जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के प्रभारी रहे
मुख्य बातें
  • जम्मू-कश्मीर में राम माधव ने बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
  • राम माधव जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के प्रभारी रहे
  • राम माधव का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ लगाव बचपन से ही था

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राम माधव की अपने मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में वापसी हो गई है उनकी वापसी करीब 6 साल बीजेपी संगठन में रहने के बाद हुई है, आरएसएस की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में माधव को संघ में वापस लाने की घोषणा की गई।

अमित शाह को साल साल 2014 में जब बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया, तब माधव संघ से बीजेपी में में लाए गए थे और उन्हें बीजेपी पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया था। उसके बाद राम माधव को जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों का प्रभारी बनाया गया था। यहां उन्होंने बीजेपी के लिए बेहद अहम भूमिका निभाई थी और पार्टी को खासा फायदा पहुंचाया था।

अब राम माधव की संघ में वापसी के बाद उन्हें अब संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह मिली है वहीं दत्‍तात्रेय होसबोले को RSS का सरकार्यवाह चुना गया है।

राम माधव को साल 2014 में बीजेपी में भेजा गया और वह बीजेपी में महासचिव बनकर गए थे बीजेपी के महासचिव रहते हुए राम माधव जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के प्रभारी रहे।

Jammu-Kashmir में राम माधव की अहम भूमिका 

जम्मू-कश्मीर में राम माधव ने बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, चाहे वो पीडीपी के साथ सरकार गठन में बीजेपी की भागीदारी हो या  फिर धारा 370 हटाने को लेकर किया गया विचार मंथन हो सभी में राम माधव खासे अहम रहे हैं। बताते हैं कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ बीजेपी की सरकार बनी और राज्य में बीजेपी की उपस्थिति पहली बार इतनी प्रभावी तरीके से दर्ज की गई थी और सूबे के डिप्टी सीएम का पद बीजेपी को मिला था।

पूर्वोत्तर के राज्यों में भी लहराया बीजेपी का परचम 

बीजेपी के महासचिव रहते हुए राम माधव जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के प्रभारी रहे।राम माधव को बीजेपी पार्टी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ भेजा था जिसमें माधव पूरी तरह से कामयाब रहे थे और असम में पहली बार न केवल बीजेपी की सरकार बनी वहीं अब उनकी अहम कोशिशों के बाद असम और मणिपुर में बीजेपी के मुख्यमंत्री हैं। पार्टी ने त्रिपुरा में भी उन्हीं के संगठनात्मक सूझबूझ से कामयाबी पायी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ जुड़ाव बचपन से ही था

राम माधव एक भारतीय राजनीतिज्ञ, लेखक और पत्रकार हैं उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं हैं, राम माधव का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुडाव बचपन से ही था। वे 1989 में संघ के साथ पूरी तरह से जुड़ गये ,उन्हें संगठन में कई महत्वपूर्ण स्थानों पर रखा गया। माधव आन्ध्र प्रदेश के अमलापुरम में पैदा हुए थे। वे इंजीनियरिंग के छात्र रहे हैं और उन्होंने आँध्रप्रदेश से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री ली। उनके पास कर्नाटका के यूनिवर्सिटी ऑफ़ म्य्सोरे से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हैं।

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