- अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण कार्य की तैयारियां हुईं तेज
- राम मंदिर निर्माण के लिए देशवासियों से लिया जाएगा सहयोग
- विश्व हिंदू परिषद और संघ के विभिन्न संगठन लोगों से करेंगे संपर्क
नई दिल्ली: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। विश्व हिंदू परिषद के साथ संघ परिवार और बजरंग दल का प्रत्येक संगठन 'राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान' में लगा हुआ है। दोनों सगंठनों की कोशिश हैं इस अभियान से देश के हर घऱ को जोड़ा जाए और इसकी शुरूआत आज से होने वाली है। यह अभियान फरवरी तक चलेगा।
कूपन पहुंचने शुरू
इस अभियान के लिए प्रयागराज में कूपन पहुंचना भी शुरू हो गए हैं। धनसंग्रह के लिए जो कूपन आए हैं उन्हें अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर की फोटो बनी हुई है। ये कूपन 10 रुपये ले कर हजार रुपये तक के अलग-अलग साइज के हैं। इतना ही नहीं यदि कोई शख्स एक हजार रुपये से अधिक का दान करता है तो उन्हें रशीद दी जाएगी। हर कूपन और रसीद पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि का नाम अंकित होने के साथ-साथ उनके साइन भी हैं।
कब से शुरू होगा मंदिर का निर्माण कार्य
अयोध्या में बनने वाले रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है। पहले इसका निर्माण कार्य 14-15 जनवरी से शुरू होना था लेकिन अब कहा जा रहा है कि इसमें कुछ और समय लग सकता है। पहले कहा जा रहा था मकर संक्रांति के दिन राम मंदिर की नींव की खुदाई का कार्य शुरू हो जाएगा।
100 करोड़ रुपये एकत्र
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के खजांची स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘बुनियाद किस तरह से बने, उस पर हाल में निर्णय किया गया है। खुदाई शुरू हो गई है लेकिन वास्तविक बुनियाद निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। यह इसी जनवरी में शुरू होगा।’ हालांकि उन्होंने कोई निश्चित तारीख नहीं बताई। परियोजना की पूरी लागत के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका ‘अनुमान’ है कि परिसर के अंदर मुख्य मंदिर के निर्माण में 300 से 400 करोड़ रुपये की लागत आनी चाहिए। गिरि जी महाराज ने कहा कि सौ करोड़ रुपये से अधिक का चंदा इकट्ठा हो गया है।