झारखंड पुलिस ने रांची हिंसा के आरोपियों की तस्वीरों वाला पोस्टर जारी किया, जिसे बाद में संशोधन के लिए वापस ले लिया गया। पोस्टर के साथ लिखा है कि रांची हिंसा में वांछिक उपद्रवियों का फोटो पहचान कर रांची पुलिस का सहयोग करें। रांची पुलिस ने बाद में कहा कि 10 जून को रांची में घटित हिंसक घटना में वांछित उपद्रवियों का फोटो जारी किया गया था। परंतु संशोधन हेतु उसे वापस किया जाता है।
पुलिस ने हिंसा और उपद्रव की घटनाओं को लेकर अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 40 से भी अधिक लोगोंको हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार किये गये लोगों में से सात का अभी रिम्स में इलाज चल रहा है। पुलिस ने रांची के छह थाना क्षेत्रों में रहने वाले 155 लोगों पर 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई भी की है। इस मामले में अब तक कुल 26 एफआईआर दर्ज की गयी है, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है। इसके अलावा एक हजार से ज्यादा अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ 10 जून को शुक्रवार की नमाज के बाद रांची में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। विरोध के हिंसक होने से दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। विरोध के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई जो अब बहाल कर दी गई हैं।
पुलिस ने कहा कि वह सोशल मीडिया पोस्ट को स्कैन कर रही है और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती कदम उठा रही है। पुलिस ने कहा कि चूंकि इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, हम पूरे झारखंड में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की जा रही है। हम अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय भी कर रहे हैं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई होगी।
रांची में तनाव और आगजनी के बीच 2 की मौत, पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी का मामला