नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत केस में एम्स के फोरेंसिक रिपोर्ट के आने की संभावना शुक्रवार तक है। लेकिन उससे पहले ड्रग्स और बॉलीवुड कनेक्शन पर तकरार तेज हो गई है। यूं कहें कि अब यह मामला सियासी हो चला है तो गलत न होता। कुछ लोगों का कहना है कि यह मुद्दा उस हद तक सियासी न होता अगर रवि किशन और जया बच्चन का जुड़ाव राजनीति से न होता। लेकिन दोनों सांसद और फिल्म जगत से जुड़े हैं तो टकराव लाजिमी है।
जिस थाली में खाते हैं उसी में करते हैं छेद पर विवाद
जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं वाला बयान अब पूरी तरह से विवाद के केंद्र में है। इन सबके बीच रवि किशन ने कहा कि उन्हें तो उम्मीद थी कि जया जी उनके साथ खड़ी होंगी। लेकिन यदि ऐसा नहीं भी है तो भी उनकी लड़ाई जारी रहेगी, अच्छी बात यह है कि इस विषय पर देश की जनता उनके साथ है।
इसलिए शुरू हो गई राजनीति
रवि किशन कहते हैं कि यह उनकी समझ के बाहर है कि लोग इस मुद्दे पर राजनीति क्यों कर रहे हैं। मुद्दा सिर्फ यह है कि अपने युवाओं को ड्रग्स की जाल से कैसे बचाया जाए, देश को कैसे इस तरह के जाल से बचाया जाए। जब उनसे पूछा गया कि बॉलीवुड के 2500 लोग कह रहे हैं कि सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की एक सांसद ने इसका राजनीतिककरण कर दिया। दरअसल बीजेपी के एक सांसद की तरफ से सवाल किया गया, लिहाजा इसे राजनीतिक रंग दे दिया गया।