- शिवेसना और बॉलीवुड के बीच रिश्ते हमेशा एक समान नहीं रहे हैं
- सलमान और शाहरुख खान भी हुए हैं कोपभाजन का शिकार
- महानायक अमिताभ बच्चन के बचाव में आती रही है शिवसेना
एक ऐसी पार्टी जिसकी उसके राज्य में तूती बोलती हो, एक ऐसी पार्टी जिसका कई सालों से महानगर पालिका पर वर्चस्व हो और एक ऐसी पार्टी जिसका अब मुख्यमंत्री भी हो, उसे इस तरह की हरकत करने से परहेज करना चाहिए, लेकिन सत्य ही कहा गया है कि सोच को आसानी से बदला नहीं जा सकता। कंगना रनौत के ऑफिस का कुछ हिस्सा तोड़ने के बाद अब कंगना के घर को तोड़ने की अर्जी लगाई गई है। ये पहली बार नहीं है जब शिवसेना ने सीधे तौर पर बॉलीवुड सितारों से 'पंगा' ली है। इस तोड़फोड़ की कार्रवाई के पहले भी कई तरह के सगूफे समय-समय पर शिवसेना द्वारा छोड़े गए हैं। कंगना से पहले और कितने सितारों को शिवसेना का कोपभाजन बनना पड़ा है। आइए उसके बारे में जानते हैं-
बॉलीवुड के किंग खान को धमकाया
साल 2010 में आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शामिल करने की पैरवी पर शिवसेना इतनी भड़की कि उसने शाहरुख खान को धमकी दी। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शाहरुख खान का घर मुंबई में है, पाकिस्तान में नहीं। शाहरुख को मुंबई लौटने दो, फिर हम देखेंगे।
कंगना की फिल्म मणिकर्णिका की रिलीज पर धमकी
शिवसेना और कंगना के बीच के इस कटु रिश्ते की शुरुआत बहुत पहले ही हो चुकी थी। कंगना की फिल्म मणिकर्णिका और बालासाहेब ठाकरे पर बनी फिल्म एक ही दिन रिलीज होने वाली थीं। शिवसेना ने ऐलान कर दिया था कि उस दिन कोई और फिल्म सिनेमाघरों में नहीं दिखाई जाएगी। इससे डरकर बहुत से निर्माता निर्देशक अपनी फिल्मों की रिलीज डेट को बदल दिए, लेकिन कंगना तब भी साहस के साथ डटी रहीं और अपनी फिल्म उसी दिन रिलीज की।
‘भाईजान’ की मुश्किल में थी जान
सलमान खान की फिल्म भाईजान की शूटिंग के समय पाकिस्तानी कलाकारों का जमकर विरोध हो रहा था। उस वक्त सलमान ने कहा था कि आतंकवादियों और कलाकारों में फर्क होता है। सलमान का ये बयान शिवसेना को रास नहीं आया। सलमान के खिलाफ कई जगह प्रदर्शन किये गए। बाद में सलमान के पिता ने मामले को सुलझाया।
कॉमेडी कलाकार कपिल शर्मा को धमकी
फिल्मी हस्तियों ही नहीं बल्कि शिवसेना तो टीवी सितारों की कुंडली भी खंगालती रहती है। कलाकारों के पीछे ऐसे पड़ी रहती है, जैसे दोनों बंधन अटूट हों। कॉमेडी शो करने वाले कपिल शर्मा ने BMC अधिकारीयों द्वारा घूस लेने की बात क्या कह दी, शिवसेना भड़क उठी और शूटिंग रुकवाने की चेतावनी के साथ ही घर तुड़वाने तक की धमकी दी।
अमिताभ बच्चन के लिए जब संकटमोचक बनी शिवसेना
शिवसेना का अपना एक स्टैंड है। वह उसी पर चलती है। उसके दायरे के खिलाफ जो जाता है, उसे वो सहन नहीं करते, लेकिन बॉलीवुड के अमिताभ बच्चन के लिए कई बार शिवसेना संकटमोचक बनकर उभरी है। खुद अमिताभ ने कहा था कि अगर कुली फिल्म की शूटिंग में घायल होने के बाद शिवसेना की एम्बुलेंस नहीं आई होती तो अमिताभ की जान नहीं बचती। इतना ही नहीं कहा यह भी जाता है कि बोफोर्स कांड में नाम आने के दौरान अमिताभ की फिल्म शहंशाह को रिलीज न करने की धमकी मिलने के दौरान भी बाल ठाकरे ने अमिताभ को अपने संरक्षण में लिया था।
ताजा विवाद से उद्धव की छवि पर उठे सवाल
इस वक्त उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के पालनहार है। पालनहार इसलिए क्योंकि वो जनता के मुखिया हैं, मुख्यमंत्री हैं। इसके अलावा वो खुद भी एक कलाकार हैं। उद्धव ठाकरे की पेंटिंग हर किसी को आकर्षित करती है। ऐसे में सवाल उठता है कि इतने सौम्य, सुलझे हुए और क्रिएटिव मुख्यमंत्री की पार्टी इतनी आक्रामक कैसे हो सकती है। उद्धव ठाकरे की छवि अब उनकी पार्टी में दिखनी चाहिए। अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को उन्हें समझकर उसे सुलझाना चाहिए न कि दबाकर कुचलना चाहिए। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ जो कुछ भी हुआ उससे स्वयं उद्धव की छवि पर छींटे पड़े हैं।