नई दिल्ली : भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के अठारह कर्मियों को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पदक सहित विभिन्न पुलिस सेवा पदकों से अलंकृत किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि तीन कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) से सम्मानित किया गया है, तीन को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 12 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में फरवरी, 2018 में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान माओवादियों का मुकाबला करने के लिए सहायक कमांडेंट अशोक कुमार, निरीक्षक सुरेश लाल और नीला सिंह की टीम को पीएमजी दिया गया है। इस अभियान में दो वांछित माओवादी मारे गये थे और इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया था।
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LAC पर दे चुके हैं सेवा
विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अजय पाल सिंह हैं, जो 1990 में एक अधिकारी के रूप में इसमें शामिल हुए थे। सिंह वर्तमान में उत्तराखंड के मसूरी में आईटीबीपी अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी में तैनात हैं। उन्होंने आईटीबीपी की विभिन्न प्रशिक्षण इकाइयों के अलावा अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों सेवाएं दी है।
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डीआईजी रमाकांत शर्मा और जी. सी. उपाध्याय को भी विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।