- परेड में वायुसेना की झांकी का हिस्सा बनीं भारत की पहली महिला राफेल विमान पायलट
- शिवांगी सिंह 2017 में वायु सेना में बतौर पायलट हुईं थी शामिल
- राफेल उड़ाने से पहले मिग-21 बाइसन विमान उड़ाती रही हैं शिवांगी
नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुधवार को राजपथ पर परेड में निकली वायु सेना की झांकी में देश की पहली महिला राफेल लड़ाकू विमान पायलट शिवांगी सिंह ने भी भाग लिया। वह वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली दूसरी महिला लड़ाकू विमान पायलट हैं। पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनने वाली देश की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट थीं।
2017 में हुई थी वायुसेना में शामिल
वाराणसी से ताल्लुक रखने वाली शिवांगी सिंह 2017 में वायु सेना में शामिल हुई थीं और महिला लड़ाकू विमान पायलटों के वायु सेना के दूसरे बैच में शामिल हुईं। राफेल उड़ाने से पहले वह मिग-21 बाइसन विमान उड़ाती रही हैं। वह पंजाब के अंबाला स्थित वायु सेना के गोल्डन ऐरोज स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं। वायु सेना की झांकी का शीर्षक 'भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन' है। झांकी में मिग-21, जी-नेट, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ-साथ अश्लेषा रडार भी प्रदर्शित किए गए हैं।
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2020 में भारत पहुंचा था राफेल
राफेल लड़ाकू विमान का पहला बैच 29 जुलाई, 2020 में भारत पहुंचा था। फ्रांस से 36 लड़ाकू विमानों के सौदे के क्रम में देश में अब तक 32 राफेल विमान आ चुके हैं और चार राफेल विमान इस साल अप्रैल तक आ सकते हैं। अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बुधवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान रक्षा के क्षेत्र में देश की तकनीकी प्रगति को दर्शाने वाली दो झांकियां प्रदर्शित कीं। इन झांकियों के जरिए हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के लिए स्वदेशी रूप से विकसित सेंसर आयुध प्रणालियों और और भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों के लिए विकसित वायु स्वतंत्र प्रणोदन प्रणाली (एआईपी) का प्रदर्शन किया गया।
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