नीतीश सरकार के नए शिक्षा मंत्री बने मेवालाल चौधरी को लेकर आरजेडी ने सवाल उठाए हैं, मेवालाल पर करप्शन के आरोप लगे थे जिसे लेकर आरजेडी ने नीतीश को घेरे में लिया है।गौरतलब है कि बिहार में नवगठित मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा कर दिया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेवालाल लाल चौधरी को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
आरजेडी ने मेवालाल को अहम जिम्मेदारी देने को लेकर विरोध जताया है, इस बावत आरजेडी ने ट्वीट किया, 'जिस भ्रष्टाचारी MLA को सुशील मोदी खोज रहे थे, उसे नीतीश ने मंत्री बना दिया।'
मेवालाल चौधरी बिहार की तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर दूसरी बार विधायक चुने गए हैं मेवालाल चौधरी शिक्षक रहे हैं और साल 2015 में पहली बार विधायक बने थे, मेवालाल चौधरी बिहार के कुइरी समाज से आते हैं
क्या था मेवालाल पर करप्शन का मामला
मेवालाल चौधरी राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वे भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे और साल 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए, गौरतलब है कि एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में 161 कनीय शिक्षक और वैज्ञानिकों की बहाली में धांधली का आरोप विपक्ष में रहते सुशील कुमार मोदी ने सदन में उठाया था।
उनकी मांग पर ही राजभवन ने रिटायर जस्टिस महफूज आलम से गड़बड़ियों की जांच कराई गई थी, इसके बाद माननीय जज ने जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी की पुष्टि की थी।