- यूक्रेन से निकाले से जा रहे भारतीयों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की नई गाइडलाइंस
- आरटीपीसीआर सर्टिफिकेट और वैक्सीन प्रमाणपत्र दिखाने की जरूरत नहीं
- बड़ी संख्या में भारतीयों को निकालने का काम है जारी
नई दिल्ली: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने सोमवार को अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशा निर्देशों को संशोधित किया, जिसमें यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीयों को विभिन्न प्रकार की छूट प्रदान की गई है। यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीयों को अनिवार्य प्री-बोर्डिंग नेगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट और टीकाकरण प्रमाणपत्र के साथ-साथ एयर-सुविधा पोर्टल पर प्रस्थान से पहले दस्तावेजों को अपलोड करने से छूट दी गई है।
अनिवार्य नहीं हैं ये दस्तावेज देना
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि यदि कोई यात्री आगमन-पूर्व RTPCR परीक्षण प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं है या उसने अपना COVID-19 टीकाकरण पूरा नहीं किया है, तो उन्हें भारत आने के बाद 14 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करने की सलाह के साथ अपने सैंपल जमा करने की अनुमति दी गई है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा।
कोई भी आइसोलेशन में नहीं
28 फरवरी 2022 तक, यूक्रेन से 1156 भारतीय भारत आ चुके हैं, जिनमें से किसी भी यात्री को आइसोलेशन में नहीं रखा गया है। इससे पहले आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि 240 फंसे हुए भारतीय नागरिकों को लेकर छठी उड़ान ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी के बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में चार केंद्रीय मंत्रियों को भेजेंगे।
इसके अलावा, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने आज सूचित किया कि कीव में सप्ताहांत कर्फ्यू हटा लिया गया है। दूतावास ने कहा कि यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है और सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी है।