नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को पांच और जिलों में पंचायत चुनाव उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर का नाम शामिल है। कुलदीप सेंगर को बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया था। उनकी सजा के बाद सेंगर की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी। संगीता उन्नाव की निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, उन्हें जिला पंचायत सदस्य के लिए फतेहपुर चौरासी त्रितया सीट से टिकट दिया गया है। उन्नाव में विभिन्न जिला पंचायत वार्डों के लिए 51 उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए हैं।
संगीता 2016 में उन्नाव जिले से जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं। 2016 के चुनाव में खींचतान के बीच लॉटरी सिस्टम से संगीता विजयी हुईं थीं। उस समय पंचायत चुनाव राजनीतिक दल के प्रतीक पर नहीं लड़े गए थे। लेकिन इस बार भाजपा सहित राजनीतिक दलों ने आधिकारिक रूप से अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने का फैसला किया है, ताकि जमीनी स्तर पर कोई भ्रम की स्थिति न हो।
तिहाड़ में बंद कुलदीप सेंगर
सेंगर की पत्नी 2005 और 2015 में जिला पंचायत सदस्य बनीं। उन्नाव से चार बार विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर को साल 2017 में उन्नाव रेप केस में गिरफ्तार किया गया था। 2019 में बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। बाद में उनकी विधानसभा की सदस्यता भी समाप्त कर दी गई थी। पिछले साल कोर्ट ने कुलदीप सिंह सेंगर को दुष्कर्म और अपहरण के मामले में दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। अभी वह तिहाड़ जेल में बंद है।
संगीता को टिकट देने पर सपा ने साधा निशाना
संगीता सेंगर को टिकट दिए जाने की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आषुतोष वर्मा ने कहा, 'भाजपा पिछले रास्ते से अपराधियों को बढ़ावा देना चाहती है। सेंगर की पत्नी पहले भी जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं है। उन पर एक्शन लेने के बजाय उन्हें टिकट देकर प्रोत्साहित किया गया है। भाजपा महिलाओं का सम्मान नहीं करती है। बल्कि वह जातिवादी को बढ़ावा दे रही है। कुलदीप सेंगर का इतिहास देखें तो पता चलेगा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। यह पूरी तरह से मैनेंजमेंट की सरकार है।'