- संजय राउत ने दी संघ प्रमुख के अखंड भारत वाले बयान पर प्रतिक्रिया
- राउत बोले- अखंड भारत की बात करने वालों को सबसे पहले PoK और भारत से जोड़ना पड़ेगा
- राउत ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की फिर की मांग
नई दिल्ली: शिवसेना नेता संजय राउत ने अखंड भारत पर संघ प्रमुख के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा है कि कोई अखंड हिंदुस्तान की बात करता है तो उन्हें सबसे पहले PoK और भारत से जोड़ना पड़ेगा फिर जो पाकिस्तान का विभाजन हुआ था उसे भी भारत से जोड़ना पड़ेगा। संजय राउत ने कहा, 'पहले जहां भी भारत की सीमाएं हुआ करती थी उसे भी जोड़िए, श्रीलंका को भी जोड़िए और फिर एक महा सत्ता बना लीजिए आपको किसी ने नहीं रोका। लेकिन उससे पहले कश्मीरी पंडितों की घर वापसी करवा दीजिए और अगर आप ये कर लेते हैं तो हम आपका समर्थन ज़रूर करेंगे।'
सावरकर को मिले भारत रत्न
संजय राउत यहीं नहीं रूके उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग करते हुए आगे कहा, 'आप अखंड भारत बना लीजिए लेकिन 15 साल का नहीं 15 दिन का वादा कीजिए और अखंड हिंदुस्तान बनाईए।अखंड हिंदुस्तान का सपना कौन नहीं देखता है।वीर सावरकर,बाला साहेब ठाकरे का ये सपना था तो सबसे पहले आप वीर सावरकर को भारत रत्न दीजिए।'
मोहन भागवत ने बताया, कैसे 'अखंड भारत' का हिस्सा बन सकता है पाकिस्तान
क्या कहा था मोहन भागवत ने
मोहन भागवत का अखंड भारत को लेकर दिया बयान फिर से चर्चा में बना हुआ है। मोहन भागवत ने कहा है कि अगल 15 सालों में देश अखंड भारत होगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि जो तथाकथित लोग सनातन धर्म का विरोध करते हैं, उनका भी उसमें सहयोग है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे लोग विरोध न करते तो हिंदू जागता नहीं, क्योंकि वह तो सोया रहता। कहा कि भारत उठेता तो धर्म के माध्यम से ही उठेगा। भागवत ने कहा कि धर्म का प्रयोजन, भारत का प्रयोजन है, धर्म के उत्थान के लिए प्रयास होगा तो ही भारत का उत्थान होगा. इसे रोकने वाले हट जाएंगे, मिट जाएंगे।
हिंदुओं को हिंदू रहना है तो भारत को 'अखंड' बनना होगा: मोहन भागवत