- खरगौन हिंसा में शिकार पीड़ित की आपबीती
- किसी ने मदद नहीं की
- दंगाइयों की तरफ से धमकी मिली
खरगोन हिंसा के पीड़ित शिवम के मामा का कहना है कि हम पर किसी भी वक्त हमला हो सकता है। हम बहुत डरकर जी रहे हैं। मुस्लिम समुदाय ने गोली चलाई। बुर्का पहनकर पथराव किया गया। कोई अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया। घर से बाहर जाने में डर लगता है।हम बहुत डर में जी रहे हैं। 100-150 लोग अचानक हमला करने लगे। परिवार का कहना है कि रामनवमी वाले दिन माहौल ठीक था। शोभायात्रा भी अपने निर्धारित रूट पर ही जा रही थी। लेकिन एकाएक सब कुछ बदलने सा लगा। माहौल में तनाव था अफवाहों का दौर जारी था और उनका परिवार दंगाइयों की चपेट में आ गया।
पीड़ित परिवार की आपबीती
रामनवमी के अवसर पर मध्य प्रदेश के खरगोन में हिंसा का शिकार शिवम शुक्ला के सिर में गहरी चोटे आयी है। 3 दिन बीतने के बाद भी शिवम कोमा में है 2 दिन बाद उसकी बहन की शादी थी। शिवम शुक्ला के परिवार ने परिवार ने Times Now Navbharat से बातचीत में बताया कि परिवार में सभी लोग डरे हुए है और घर मे ही रहते है और CM से सुरक्षा की मांग की। परिवार का कहना है कि वो सिर्फ अपने बच्चे के साथ हुए अन्याय में फैसला चाहते हैं। वो लोग चाहते हैं कि हिंसा के लिए और उसके परिवार की दुर्दशा के लिये जो जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
मध्य प्रदेश: खरगोन हिंसा का नया वीडियो, घर पर लोगों ने किया पथराव, लगाए मारो-मारो के नारे