यूपी में घमासान मचा हुआ है। आज प्रधानमंत्री मोदी उत्तर प्रदेश में थे। उन्होंने दिल्ली को पूर्वांचल से जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे का उद्धाटन किया। लखनऊ से शुरू होकर यूपी के गाजीपुर तक जाने वाला ये एक्सप्रेस-वे 341 लंबा है जो रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुआ है। ये एक्सप्रेस-वे यूपी के 9 जिले को विकास की मुख्य धारा से जोड़ रहा है क्योंकि इस हाईवे के साथ 5 औद्योगिक क्लस्टर बनाए जा रहे हैं। पूर्वांचल के 11 जिलों के औद्योगिक विकास को इस एक्सप्रेस-वे के जरिए पुनर्गठित किया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक हर दिन इससे करीब 20 हजार गाड़ियां गुजरेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने भी आज कहा कि ये एक्सप्रेस-वे पूरे उत्तर प्रदेश और खास तौर से पूर्वांचल के विकास का द्वार खोलेगा।
आज प्रधानमंत्री मोदी एक तरफ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर रहे थे तो दूसरी ओर अखिलेश यादव आरोप लगा रहे थे। समाजवादी पार्टी का दावा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अखिलेश यादव का ब्रेन चाइल्ड है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी और योगी अपना बता रहे हैं। समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने तो प्रधानमंत्री से पहले एक्सप्रेस-वे के दूसरी ओर जाकर इसका उद्घाटन भी कर दिया और अखिलेश यादव ने इसकी आलोचना करने के बजाये ट्वीट कर इसे सही ठहराया।
हम आंकड़ों के साथ बताएंगे कि अखिलेश यादव के दावे में कितनी सच्चाई है। सिर्फ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ही नहीं हमने यूपी के पांच बड़े प्रोजेक्ट जिसे लेकर राजनीति हो रही है, उसका डेटा भी निकाला है।
सवाल जो पब्लिक पूछ रही है..वो ये हैं कि
- न फंड दिए..न ठीक से काम शुरू किए..सिर्फ शिलान्यास कर राजनीति क्यों?
- क्या अखिलेश यादव योगी शासन में विकास की स्पीड से घबराए हुए हैं?
- विकास के एक्सप्रेस वे को क्यों सियासी 'रणवे' बना रहे हैं?