नई दिल्ली: शाहीन बाग में बुधवार को एक बार फिर से उस समय हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया, जब राजनीतिक विश्लेषक गुंजा कपूर पर प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने 'बुर्का' पहन रखा था और वो उनको फिल्मा रही थीं। इसके बाद भीड़ ने उन्हें घेर लिया, हालांकि बाद में पुलिस ने गुंजा को वहां से निकाला। शाहीन बाग की प्रदर्शनकारी महिलाओं को उस समय बुर्का पहनी महिला पर शक हो गया, जब वो वीडियो बना रही थी। उन्होंने उसे पकड़ लिया और उसे घेर लिया। बाद में दिल्ली पुलिस उसके बचाव में आई और उसे भीड़ से बाहर निकाला।
गुंजा कपूर यूट्यूब चैनल 'राइट नैरेटिव' से जुड़ी हुई है। ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या उन्हें फॉलो करते हैं।
वो शाहीन बाग और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगातार ट्वीट कर रही हैं। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'जिस व्यक्ति ने शाहीन बाग में गोली चलाई थी वो आम आदमी पार्टी का सदस्य है। आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल प्रदर्शन कर रही महिलाओं और बच्चों पर गोली चलवा रहे हैं?'
एक वीडियो के साथ वो लिखती है, 'क्या विरोध का नशा मातृत्व पर हावी गया? नवजात जहान की जान चली गई। अम्मा उनको कड़ाके की ठंड में शाहीन बाग लेकर आती रहीं। नन्हे जहान राजनीति का शिकार हो गए! इसको शहादत का नाम दे मां अपनी लापरवाही से पल्ला झाड़ रही हैं!'
शाहीन बाग में पिछले 50 दिनों से नागरिकता संशोध कानून (CAA) और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि पिछले सप्ताह शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल पर गोलियां चलाने वाला कपिल आम आदमी पार्टी का सदस्य है। पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) राजेश देव ने कहा कि वह और उसके पिता 2019 के प्रारंभ में आप में शामिल हुए थे।
वहीं कपिल के चाचा फतेह सिंह ने PTI कहा, 'मुझे पता नहीं कि कहां से ये फोटो आ रहे हैं। मेरे भतीजे कपिल का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है और न ही मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का। मेरे भाई गजे सिंह (कपिल के पिता) ने 2008 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था और वह हार गए थे। उसके बाद हमारे परिवार में किसी का भी किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध ही नहीं रहा।' पुलिस ने कहा कि गजे सिंह ने बसपा के टिकट पर 2012 का नगर निकाय चुनाव भी लड़ा था।