नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा है। एनसीपी प्रमुखस ने मुंबई में किसानों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आप राज्यपाल से मिलने राजभवन जा रहे हैं। महाराष्ट्र ने ऐसा राज्यपाल पहले कभी नहीं देखा है। उनके पास कंगना (रनौत) से मिलने का समय है लेकिन किसानों से नहीं। यहां आना और आपसे मिलना राज्यपाल की नैतिक जिम्मेदारी थी।
बीएमसी द्वारा कंगना के कार्यालय परिसर का एक हिस्सा ढहाए जाने के बाद एक्ट्रेस ने राज्यपाल से मुलाकात की थी। पवार ने कोश्यारी के ऐन मौके पर गोवा जाने के लिए भी आलोचना की, जब राज्य के किसान उन्हें कृषि कानूनों के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे। कोश्यारी गोवा का भी अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'ठंड के मौसम में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। क्या पीएम ने उनके बारे में पूछताछ की है? क्या ये किसान पाकिस्तान के हैं?'
पवार का केंद्र सरकार पर निशाना
शरद पवार ने कहा कि केंद्र संविधान की अवहेलना कर और बहुमत के बल पर कोई कानून पारित करा तो सकता है लेकिन जब आम आदमी और किसान उठेंगे तो नए कानून और सत्तारूढ़ दल के खत्म होने तक वे चुप नहीं रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कृषि कानून विस्तृत चर्चा के बिना संसद में पारित किए गए जबकि विपक्षी दलों ने संबंधित विधेयकों पर विस्तृत विचार-विमर्श का अनुरोध किया था।
राजभवन तक मार्च के लिए पुलिस ने नहीं दी मंजूरी
महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से हजारों किसान केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दक्षिणी मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित एक रैली में हिस्सा लेने आए हैं। ऑल इंडियास किसान सभा की महाराष्ट्र इकाई ने रविवार को कहा कि प्रदर्शनकारी बाद में राज भवन तक मार्च करेंगे और विभिन्न मांगों को लेकर राज्यपाल बी एस कोश्यारी को ज्ञापन सौंपेंगे। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) विश्वास नांगड़े पाटिल ने कहा, 'बंबई उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार दक्षिणी मुंबई में किसी मार्च की अनुमति नहीं है और हम किसानों के प्रतिनिधियों को अदालत के आदेश का पालन करने के लिए कह रहे हैं।'