- कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है
- उन्होंने कहा कि किसी को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की जरूरत नहीं है
- सर्बिया में IPU एसेम्बली में थरूर ने कश्मीर पर PAK के आरोपों को खारिज किया
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है। सर्बिया में अंतर संसदीय संघ (IPU) एसेम्बली में कश्मीर मुद्दा उठाने पर पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए थरूर ने कहा कि यह विडंबना ही है कि जम्मू कश्मीर में अनगिनत आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार देश खुद को अंतरराष्ट्रीय कानून के चैंपियन के रूप में पेश करने का ढोंग कर रहा है।
थरूर उस भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिसकी अगुवाई लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने की। कांग्रेस नेता ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की ओर से इस वैश्विक मंच पर दो टूक कहा कि भारतीय संसद इस तरह के दुर्भावनापूर्ण प्रयास को कभी सफल नहीं होने देगी। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने दो अलग-अलग सत्रों में जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के आरोपों को निराधार करार देते हुए इनका खंडन किया।
कश्मीर सहित कई अन्य मुद्दों पर बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र की एनडीए सरकार और विपक्षी कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों में मतभेदों के बीच शशि थरूर ने यह भी कहा कि भारत के राजनीतिक दलों के बीच जिन मुद्दों पर भी टकराव है, उनका समाधान वे खुद कर लेंगे, इसमें पाकिस्तान को दखल देने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं भारत में विपक्षी पार्टी से संसद का सदस्य हूं और हम अपनी संसद में कश्मीर सहित अन्य मुद्दों पर अपनी सरकार के साथ चर्चा और बहस करते रहेंगे। हम अपनी अपनी लड़ाई खुद लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेंगे और इसमें सीमा पार से किसी हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा, 'जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और यह विडंबना ही है कि यहां अनगिनत आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार देश खुद को अंतरराष्ट्रीय कानून के चैंपियन के तौर पर पेश करने का ढोंग कर रहा है।'
सर्बिया के बेलग्रेड में 13 से 17 अक्टूबर तक आयोजित IPU की 141वीं बैठक में कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पाकस्तान दुनिया का एकमात्र देश है, जहां सरकार आतंकियों को भी पेंशन देती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सरकार उन लोगों को भी पेंशन देती है, जो संयुक्त राष्ट्र की अलकायदा प्रतिबंध समिति से प्रतिबंधित हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस देश में 130 ऐसे आतंकी हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित किया है, जबकि 25 आतंकी संगठन भी हैं, जिन पर यूएन ने प्रतिबंध लगाया है।