नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का खतरा धीरे-धीरे बढ़ रहा है ऐसे में सुरक्षा के सभी संभावित इंतजाम करने में एजेसियां लगी हैं, भक्तों की आस्था के केंद्र शिरडी साईं बाबा के मंदिर में भी आने वाले भक्तों के लिए खासे इंतजाम किए जा रहे हैं और भक्तों को कड़ी चेकिंग से गुजरना पड़ रहा है वहीं वहां आइसोलेशन वार्ड की भी व्यवस्था की गई है।
बताया जा रहा है कि कोरोनावायरस के मद्देनजर, साईं मंदिर संस्थान ने 11 इंफ्रारेड थर्मामीटर (Infrared Thermometer) मंगवाए हैं, साईं बाबा मंदिर मंदिर में भी आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। शिरडी के साईं बाबा मंदिर ट्रस्ट ने 11 इंफ्रारेड थर्मामीटर स्थापित किए हैं जिनकी सहायता से भक्तों को चेक किया जा रहा है।
रिपोर्टों के अनुसार बताया जा रहा है कि 4 संदिग्ध मरीज अहमदनगर जिले में निगरानी में हैं। गौरतलब है कि शिरडी में सांई बाबा के भक्त उनके दर्शन के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी खासी संख्या में शिरडी आते हैं, ऐसे में यहां ये सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं।
देश की टूरिज्म इंडस्ट्री को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते घरेलू यात्रा और पर्यटन उद्योग को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है। सरकार ने भी इस महामारी की वजह से सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ के अनुसार यह भारतीय पर्यटन उद्योग के लिए सबसे बुरे संकटों में से एक है। इसने घरेलू पर्यटन उद्योग के साथ-साथ पर्यटन के लिए विदेश जाने वाले लोग भी प्रभावित हुए हैं। इससे कुल मिला कर घरेलू और विदेश पर्यटन बाजार पर असर पड़ा है।
पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल, ट्रैवेल एजेंट, पर्यटन सेवा कंपनियों, रेस्तरां, पारिवारिक मनोरंजन पार्क (थीम पार्क), विरासत स्थल, क्रूज, कॉरपोरेट पर्यटन और साहसिक पर्यटन इत्यादि उद्योग भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। सीआईआई की पर्यटन समिति ने कोरोना वायरस महामारी के पर्यटन उद्योग पर असर का आकलन किया है।
रपट के अनुसार कोरोना वायरस महामारी की खबरें नवंबर से आना शुरू हुईं और इसके बाद यात्रा टिकटों, होटल बुकिंगों इत्यादि का रद्दी करण होना शुरू हुआ।
अब मार्च में कई भारतीय पर्यटन स्थलों पर बुकिंग का रद्दीकरण 80 प्रतिशत के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है।