मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने राज्य में राजस्व बढ़ाने के लिए शराब की दुकानें खोलने की सलाह दी है, जिसके बाद सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना ने उन पर तंज करते हुए कहा है कि वास्तव में उन्हें राजस्व की चिंता है या फिर शराबियों की? पार्टी ने ये भी कहा कि राज ठाकरे के लिए खाने की प्लेट की अहमियत पेग जितनी ही लगती है।
शिवसेना का जवाब
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखे संपादकीय में कहा है कि राज ठाकरे को पता होना चाहिए कि लॉकडाउन की वजह से सिर्फ शराब की दुकानें ही नहीं, बल्कि शराब बनाने वाली फैक्ट्रियां भी बंद हैं। पार्टी ने कहा कि इन इकाइयों को शुरू करने के लिए मजदूरों की जरूरत होती है और अगर फिर से शराब की दुकानें खुल जाती हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकेगा, जो कोविड-19 से बचाव के लिए फिलहाल बहुत जरूरी है।
राज ठाकरे ने ये कहा था
राज ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में कहा था कि सरकार को 'नैतिक मुद्दों' को छोड़कर शराब की दुकानें और रेस्तरां खोलने की अनुमति देनी चाहिए, ताकि इससे संबंधित लोग भी अपना व्यापार चला सकें। उन्होंने कहा कि जिस तरह लोगों के लिए चावल की प्लेट जरूरी है, उसी तरह वे 'पौआ' (quarter) और 'पेग' (peg) पर भी निर्भर हैं। इसलिए राज्य में शराब की दुकानें खोलने पर विचार किया जाना चाहिए।
राज्य में कोविड के 6800 से ज्यादा केस
यहां उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 7000 के करीब पहुंच गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को बताया कि यहां अब तक कोरोना वायरस के 6,817 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 301 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में सबसे अधिक मामले मुंबई में दर्ज किए गए हैं, जहां अब तक 178 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि संक्रमण के मामले 4,447 हो गए हैं।