श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में एक और दावा दायर किया गया है। इसे अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने दायर किया है। आगरा के लाल किले की बेगम साहिबा की मस्जिद में दबे भगवान श्रीकृष्ण के विग्रह को बाहर निकाल कर मूल गर्भगृह की जगह पर प्राण प्रतिष्ठा की रखी मांग ।भगवान श्री कृष्ण (केशव देव )के मंदिर को औरंगजेब ने तोड़कर भगवान के विग्रहों को बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों में कराया था दफन ।हिंदू विग्रह को पैरों तले खूंदने से कृष्ण भक्तों की भावनाएं हो रही आहत ,
बता दें कि श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले को लेकर कोर्ट में कुल 12 दावे दायर हो चुके हैं
दावे में बनाए गए प्रतिवादी
1-यूनियन ऑफ इंडिया बजरिये केंद्रीय सचिव दिल्ली
2- डायरेक्टर जनरल आरको लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया नई दिल्ली
3- अधीक्षक भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण आगरा
4- निर्देशक भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण मथुरा
प्रतिवादी पक्ष नष्ट कर रहा है सबूत
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार मनीष यादव ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में अर्जी देकर कहा था कि ईदगाह में जिस स्थान पर नमाज अदा की जाती है वह है भगवान कृष्ण का गर्भ गृह है। प्रतिवादी पक्ष सबूत नष्ट कर रहा है, जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ कमांडेंट को सुरक्षा के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए ताकि सबूत सुरक्षित रहे।विवादित स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जो 24 घंटे और सातों दिन चालू रहें।अपर प्रधान सचिव पूरी कार्यवाही की निगरानी करें।विवादित स्थल का एएसआई सर्वे भी कराएं। किसी भी अनजान व्यक्ति को विवादित स्थल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए