श्रृंगार गौरी मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में बड़ा खुलासा हुआ है। TIMES NOW नवभारत पर ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर सर्वे करने वाली टीम के कैमरामैन ने बड़ा दावा किया है। कैमरामैन गणेश शर्मा का दावा है कि उन्होंने मस्जिद की दीवार पर स्वास्तिक के निशान देखे हैं। गणेश शर्मा के मुताबिक परिक्रमा करते वक्त उन्होंने नंदी की मूर्ति भी देखी है। गणेश शर्मा ने मस्जिद के दीवारों पर हिंदू धर्म से जुड़े प्रतीक चिन्हों को देखने का दावा किया। सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु ने भी दावे को सही ठहराया है। श्रृंगार गौरी के पास आकृतियां भी हैं।
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का आज दूसरा दिन था। हालांकि आज भी सर्वे नहीं हो पाया। हिंदू पक्ष का दावा था कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रास्ता रोका।
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अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के वकील रईद अहमद ने शनिवार को कहा कि हमने (अदालत) आयुक्त के खिलाफ एक आवेदन दायर किया क्योंकि वह पक्षपाती हैं और उन्हें हटाया जाना चाहिए। कोर्ट अर्जी पर सुनवाई करेगी और उसके आदेशों का पालन किया जाएगा। काशी विश्वनाथ मंदिर के वकील विजय शंकर रस्तोगी ने कहा कि आवेदन को दुर्भावनापूर्ण कहा गया है और इसे खारिज कर दिया जाना चाहिए। आदेश अभी तक सुरक्षित है। आयोग की कार्यवाही के बाद यदि कोई गलत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है या इसे समय से पहले प्रस्तुत किया जाता है, तो विपरीत पक्ष इस पर आपत्ति कर सकता है और अदालत इस पर विचार करेगी। लेकिन अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के आवेदन का डीजीसी सिविल ने विरोध किया है। अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी द्वारा कोर्ट कमिश्नर बदलने के लिए आज दायर अर्जी के संबंध में जज (सीनियर डिवीजन) ने कोर्ट कमिश्नर और वादी को 9 मई को अगली सुनवाई में लिखित में अपना पक्ष रखने को कहा है।
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