- देश में कोरोना वायरस के मामले दिन प्रतिदिन तेज गति से बढ़ रहे हैं
- दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या में रविवार को तेज बढ़ोत्तरी, संख्या हुई 72
- दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कुछ डॉक्टर और नर्स को क्वारटाइन किया गया
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार को कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या देश में बढ़कर 1024 हो गई हालांकि इसमें अच्छी बात यह है कि इसमें से 95 मरीज ठीक होकर अस्पताल से घर जा चुके हैं जबकि 27 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। कोरोना के खिलाफ जारी जंग डॉक्टर और नर्स पूरी तन्मयता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोरोना मरीज (कोविड-19) के संपर्क में आने के बाद 6 डॉक्टरों और 4 नर्सों को क्वारंटीन में भेज दिया गया है।
दिल्ली में सामने आ चुके 72 मामले
खबरों की मानें तो वरिष्ठ डॉक्टर की सलाह के बाद एक प्रोटोकॉल के तहत यह कदम उठाया गया है। रविवार को दिल्ली में कोरोना के 23 नए मामले सामने आए और राज्य में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 72 हो गई। इससे पहले शनिवार तक दिल्ली में केवल 49 मामले सामने आए थे जिनमें से दो की मौत भी हो गई थी। गुरुवार को यमन के 60 वर्षीय नागरिक की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी और यह दिल्ली में इस घातक संक्रमण से होने वाली दूसरी मौत थी।
पीएम भी कर चुके बातचीत
आपको बता दें कि कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे डॉक्टर और नर्स बेहद अहम भूमिका अदा कर रहे हैं जिसकी पीएम मोदी ने भी तारीफ की थी। 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने चिकित्सा बिरादरी - डॉक्टरों, नर्सों और लैब तकनीशियनों के साथ बातचीत की। उन्होंने कोविड-19 से निपटने में देश की निस्वार्थ सेवा के लिए चिकित्सा बिरादरी का आभार प्रकट किया।
पीएम ने की थी तारीफ
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, "आपके आशावाद ने मुझमें इस बात का और अधिक विश्वास उत्पन्न कर दिया है कि राष्ट्र विजयी होगा"। उन्होंने कहा कि सरकार चिकित्सा में अधिक से अधिक टेली कंसल्टेशन के प्रस्ताव की जांच कर रही है। प्रधानमंत्री ने चिकित्सा बिरादरी को यह भी आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और सरकार उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगी।