नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण गहराते संकट के बीच केंद्र सरकार ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से ऐसे 100 पोस्ट या URL को हटाने के लिए कहा है, जिसमें भारत में कोविड-19 के हालात को लेकर 'भ्रामक जानकारी' है या जो 'दहशत फैलाने वाले' हैं। शीर्ष पदस्थ सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय इसलिए लिया गया है, ताकि इन भ्रामक पोस्ट्स के कारण किसी तरह की अराजकता की स्थिति उत्पन्न न हो।
सूत्रों की ओर से रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कुछ यूजर्स द्वारा असंबद्ध/ पुराने/संदर्भ रहित तस्वीरों/दृश्यों का इस्तेमाल करते हुए कोविड-19 के हालात के बारे में भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग के मद्देनजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से ऐसे तकरीबन 100 पोस्ट्स को हटाने के लिए कहा है।
गहराता कोरोना संकट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सरकार की ओर से यह निर्देश ऐसे समय में आया, जबकि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात रोज गंभीर होते हैं। संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है तो मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में लगभग 3.5 लाख कोविड केस सामने आए हैं, जबकि 2,600 से अधिक लोगों की जान गई है। स्थिति की जटिलता के बीच स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर बोझ बढ़ता जा रहा है।
ट्विटर ने दी प्रतिक्रिया
इस बीच ट्विटर की ओर से रविवार को कहा गया कि वह कोविड-19 टीकों पर गलत या गुमराह करने वाली जानकारी देने वाले पोस्ट्स को हटाता रहेगा। ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा, 'हम उन ट्वीट्स पर चेतावनी देंगे, जो वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाने वाले, भ्रामक, अपूर्ण या बिना संदर्भ वाले होंगे। इसके अतिरिक्त कोविड-19 टीकाकरण को लेकर हानिकारक झूठ या भ्रामक नैरेटिव वाले ट्वीट्स को हटाना जारी रखा जाएगा।'