- हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर कॉरीडोर खोला है,हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए वहां जा रहे हैं
- हरियाणा की रहने वाली एक सिख लड़की करतारपुर साहिब में मत्था टेकने के लिए गए एक जत्थे के साथ गई थी
- पाकिस्तान जाने के बाद उस लड़की की खबर नहीं मिली, वो वहां जाकर लापता हो गई
- बाद में प्रयास करने पर पाकिस्तान रेंजर्स के जरिए उसे वापस भारत भेज दिया गया है
नई दिल्ली: हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने खासी मशक्कत के बाद करतारपुर कॉरीडोर (Kartarpur Corridor) खोला है जिसके बाद भारतीय श्रद्धालु बेहद उत्साहित हैं और गुरु नानक देव की 550वीं वर्षगांठ के अवसर पर नौ नवंबर से खोले गए करतारपुर गलियारे के रास्ते भारत से रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए वहां जा रहे हैं।
वहीं अभी हाल ही हरियाणा की रहने वाली एक सिख लड़की तीन दिन पहले करतारपुर साहिब में मत्था टेकने के लिए गए एक जत्थे के साथ गई थी, लेकिन पाकिस्तान जाने के बाद उस लड़की की खबर नहीं मिली यानि वो वहां जाकर लापता हो गई।
इस घटना से वहां गए उसके परिवारीजन बेहद घबरा गए और उसे खोजने हर मुमकिन कोशिश की लेकिन नाकाम रहे वहीं इस मामले को उचित मंच के माध्यम से उठाया गया आखिर इस लड़की का पता चल गया और वो करीब तीन दिन बाद वो मिली है।बताया जा रहा है कि पाकिस्तान रेंजर्स के जरिए उसे वापस भारत भेज दिया गया है इस बारे में शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर बताया।
उन्होंने बताया कि तीन दिन गायब रही ये लड़की किसी पाकिस्तानी युवक से मिलने गई थी, जो उसे बहला-फुसला कर उसे अपने साथ ले गया था। बाद में मामले के सामने आने पर पाकिस्तानी रेंजरों ने उसे अपने संरक्षण में लिया और उसे भारत भिजवाने की व्यवस्था की।बताया जा रहा है कि इस घटना के सिलसिले में पाकिस्तान पुलिस ने फैसलाबाद और लाहौर से तीन-चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान के रेल मंत्री रशीद ने दावा किया कि करतारपुर कॉरिडोर की ओपनिंग भारत को हमेशा के लिए प्रभावित करेगा।अहमद ने करतारपुर कॉरिडोर को पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के दिमाग की उपज बताया और कहा कि कॉरिडोर का खुलना भारत के लिए नुकानदेह होगा, पाकिस्तान ने पहले दावा किया था कि यह प्रधानमंत्री इमरान खान की दिमाग की उपज है।
पाक रेल मंत्री के हवाले से कहा कि करतारपुर कॉरिडोर खोलने से जनरल बाजवा द्वारा उस पर लगाए गए घाव को भारत हमेशा याद रखेगा। जनरल बाजवा ने गलियारा खोलकर भारत को बड़ा झटका दिया है।