पुर्तगाल में एक गर्भवती भारतीय महिला की मौत के बाद वहां की स्वास्थ्य मंत्री मार्टा टेमिडो के इस्तीफे को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके मंत्रियों को घेरा है। उन्होंने कहा है कि उम्मीद है कि बीजेपी के मंत्री भी इस घटनाक्रम से कुछ सबक लेंगे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने शुक्रवार (दो सितंबर, 2022) को ट्वीट किया, "पुर्तगाल में एक गर्भवती पर्यटक को दिल का दौरा पड़ने पर सही समय पर अस्पताल की सुविधा नहीं मिलने पर वहाँ के स्वास्थ्य मंत्री ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे दिया। आशा है भाजपा के मंत्री भी इससे कुछ सबक लेंगे।"
दरअसल, हिंदुस्तानी महिला को वहां के एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजा जा रहा था। इस बीच, उसका निधन हो गया था। टेमिडो ने इस्तीफा देते हुए अफसरों को इस घटना की जांच के आदेश दे दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 34 साल की भारतीय महिला को सैंटा मारिया अस्पताल से एंबुलेंस से दूसरे हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, तभी उसे दिल का दौरा पड़ा। सैंटा मारिया अस्पताल में नवजात देखभाल (नियोनेटलॉजी) सेवा में जगह नहीं थी, जिसके कारण उसे दूसरे अस्पताल ले जाया जा रहा था।
ब्रिटिश मीडिया 'बीबीसी' की रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया था कि पुर्तगाल में यह इकलौती घटना नहीं है। 2022 में ऐसी कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिनके लिए आलोचकों ने देश भर में अस्पतालों में नवजात देखभाल इकाइयों में कर्मचारियों की घोर कमी को जिम्मेदार ठहराया। टेमिडो साल 2018 से स्वास्थ्य मंत्री का काम-काज संभाल रही थीं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव के दौरान स्थितियां नियंत्रण में करने का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है, पर मंगलवार को वहां की सरकार की ओर से बयान जारी किया गया और कहा गया- टेमिडो ने ‘‘यह महसूस किया है कि वह अब इस पद पर बनी नहीं रह सकती हैं।’’
वहीं, पुर्तगाली समाचार एजेंसी ‘लूसा’ के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने कहा कि भारतीय महिला का निधन ‘‘वह निर्णायक घटना’’ रही, जिससे टेमिडो ने इस्तीफा देने का फैसला लिया। ऐसा बताया जा रहा है कि 34 वर्षीय भारतीय महिला को सैंटा मारिया अस्पताल से एंबुलेंस से एक अन्य अस्पताल ले जाया जा रहा था और इसी दौरान उसे दिल का दौरा पड़ा। सैंटा मारिया अस्पताल में नवजात देखभाल (नियोनेटलॉजी) सेवा में जगह नहीं थी, जिसके कारण उसे दूसरे अस्पताल ले जाया जा रहा था।इस बीच, गुरुवार (एक सितंबर, 2022) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम उसके (मृत महिला) परिवार के संपर्क में हैं।’’