- 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत का शव मुंबई में उनके फ्लैट से मिला था
- मुंबई पुलिस पिछसे 60 दिन कर रही है जांच लेकिन एफआईआर नहीं दर्ज कर सकी
- बिहार सरकार ने सुशांत सिंह के परिवार की मांग पर सीबीआई के हवाले किया केस
नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच सीबीआई करेगी या मुंबई पुलिस इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा। 14 जून के बाद से आज करीब 60 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन मुंबई पुलिस एफआईआर तक नहीं दर्ज कर सकी। सुप्रीम फैसले से पहले बिहार के डीजीपी ने क्या कहा वो जानना जरूरी है।
पूरे देश की तरह फैसले का इंतजार
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि जिस तरह से पूरे देश को फैसले का इंतजार है वो भी उस पल का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फैसले के बाद वो जरूर अपनी बात कहेंगे। लेकिन जिस तरह से देश की 130 करोड़ आबादी का लगता है कि सुशांत सिंह केस का सच सामने आएगा, ठीक उसी तरह उन्हें भी उम्मीद है कि इंसाफ होगा। अभी हमें अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
भगवान हमारे साथ, सुशांत की बहन ने किया ट्वीट
श्वेता ने फैसला आने से पहले सोशल मीडिया पर महाभारत की तस्वीर को शेयर किया है जिसमें रथ भगवान श्रीकृष्ण चला रहे हैं और अर्जुन अपने धनुष की कमान संभाले हैं। श्वेता ने इस पोस्ट में लिखा है- हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलिए! शरणागति।'
बिहार पुलिस एसोसिएशन का बड़ा बयान
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह का कहना है कि हम सब सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। पूरा देश जानता है कि इस संबंध में मुंबई पुलिस की तरफ से कितनी कोशिश की गई है। बिहार पुलिस न्याय के साथ है।
सुशांत के परिवार को मुंबई पुलिस की जांच पर शक
सुशांत सिंह केस में जांच प्रक्रिया की बात करें तो पहले दिन से ही सोशल मीडिया पर आवाज उठने लगी कि कहीं न कहीं मामला गड़बड़ है। सुशांत सिंह किसी भी हालात में आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। इस मामले में जब परिवार ने औपचारिक तौर पर रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई तो तस्वीर बदली। परिवार की मांग पर केस को बिहार सरकार ने सीबीआई के हवाले कर दिया। लेकिन मुंबई पुलिस ने ऐतराज जताया कि केस को सीबीआई के हवाले नहीं किया जा सकता है।