- अबुधाबी और दुबई से 363 भारतीय लाए गए, वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया की खास पहल
- कोझिकोड हवाई अड्डे पर दुबई से दूसरा जत्था भी पहुंचा
- विदेशों में भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार की तरफ से विशेष पहल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से यूएई में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए कार्रवाई के क्रम में पहला जत्था कोचीन इंटरनेशन एयरपोर्ट पर पहुंचा। एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट ने कोचीन इंटरनेशल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। कोच्चि एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। डीआरडीओ ने अल्ट्रा वायलेट चैंबर बनाया है जिसमें यात्रियों के सामान को डालकर डिसइंफेक्ट किया जाएगा ताकि किसी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे। खास बात यह है कि इस चैंबर को कोचिन की एक लेबोरेट्री में बनाया गया है।
एयरपोर्ट पर खास इंतजाम
विदेशों से जो भारतीय आ रहे हैं उनके लिए खास दिशानिर्देश जारी किये गए हैं। किसी भी यात्री को पूरी जांच प्रक्रिया के बाद ही एयरपोर्ट से निकलने दिया जाएगा। जो लोग स्वस्थ होंगे उन्हें भी क्वारंटीन में रहना होगा। इसके साथ ही जिन लोगों में किसी भी तरह का लक्षण का मिलेगा उन्हें अस्पताल भेज दिया जाएगा।
क्या है वंदे भारत मिशन
भारतीयों को अबू धाबी से लाने के लिए पहला विमान कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर में रवाना हुआ रवाना हो चुका है। यह विमान रात नौ बजकर 40 मिनट पर 177 एडल्ट और चार नवजात बच्चों को लेकर कोचीन हवाई अड्डे पहुंचेगा। इसके साथ ही एयर इंडिया का एक दूसरा विमान कोझिकोड हवाई अड्डे से दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर रवाना हुआ था यह विमान 177 एडल्टऔर पांच नवजात को लेकर दुबई हवाई अड्डे से रवाना होगा और यह गुरुवार रात 10 बजकर 30 मिनट तक कोझिकोड हवाईअड्डे पहुंचेगा।
लौटने का इंतजार और चेहरे पर खुशी
अबुधाबी में जिस वक्त भारतीय प्लेन पर बोर्ड होने के लिए जा रहे थे उस समय हाथों में तिरंगा था। उनके चेहरे पर उत्साह था। घर आने की खुशी थी। भारत सरकार ने साफ किया था कि अलग अलग देशों से भारतीयों को लाने के लिए केंद्र सरकार एयर इंडिया का विशेष विमान भेजेगी। बता दें कि यूएई के साथ साथ सिंगापुर, ब्रिटेन और अमेरिका से भारतीयों को लाया जा रहा है। इसके साथ ही माले से भारतीयों को लाने के लिए आईएनएस जलाश्व को भेजा गया है।