- देश में बुधवार को कोरोना के करीब चार लाख केस आए
- कोरोना से निपटने की मोदी सरकार की नीतियों पर विपक्ष हमलावर है
- बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नितिन गडकरी को कमान सौंपने की सलाह दी
नई दिल्ली। देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। ऑक्सीजन की कमी से अस्पताल हांफ रहे हैं, दवाइयों की किल्लत बनी हुई है, लेकिन सरकार कह रही है हालात नियंत्रण के बाहर नहीं है। इन सबके बीच विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है, ऐसे में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के इस प्रकोप से निपटने के लिए कमाव परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को सौंप देनी चाहिए।
सुब्रमण्यम स्वामी का सुझाव
सुब्रमण्यम स्वामी ने सुझाव देते हुए कहा आपदा के इस समय कोरोना महामारी से निपटने में नितिन गडकरी सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं, उन्होंने अपनी काबिलियत कई मौके पर दिखाई है। इस तरह की मांग पर एक यूजर ने पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि पीएमओ बेकार हो चुका है, और पूरी कैबिनेट में सिर्फ गडकरी हैं जो मुश्किल हालात से देश को निकाल सकते हैं। इस सवाल के जवाब में स्वामी लिखते हैं कि नहीं, नहीं, हर्षवर्धन को फ्री हैंड नहीं दिया गया है। इसके साथ ही वो बहुत विनम्र हैं और वो अपनी बात नहीं रख सकते, गडकरी के साथ वो बहुत बेहतर करेंगे।
डराते हुए आंकड़े
देश में बुधवार को जो आंकड़े जारी किए गए उसके मुताबिक कोरोना के केस में एक बार फिर उछाल है। पिछले 24 घंटों में 4 लाख के करीब केस दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही मौत के आंकड़ों में भी इजाफा हुआ है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, दवाई की किल्लत आम बात हो चुकी है। एक तरफ सरकारें ऑक्सीजन की कमी ना होने का दावा कर रही हैं तो अस्पतालों में आक्सीजन की कमी से मरीज दम तोड़ रहे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में टिप्पणी करते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतें नरसंहार से कम नहीं हैं।