- स्कूल में नमाज पढ़ने की इजाजत देने पर शिक्षक पर कार्रवाई
- कर्नाटक के कोलार का मामला, शिक्षक को किया गया निलंबित
- कर्नाटक सिविल कांडक्ट रूल्स 1966 का दिया गया हवाला
कोलार के एक स्कूल के अंदर एक छात्र को नमाज पढ़ने की इजाजत देना एक शिक्षक को भारी पड़ गया। कर्नाटक में स्कूली शिक्षा विभाग ने उस शिक्षक को निलंबित कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि एक शिक्षक का फर्ज है कि वो छात्रों के अंगर राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना विकसित करे। स्कूल के अंदर धार्मिक सहिष्णुता, और परंपराओं का पालन करने पर जोर दिए जाने की जरूरत है। लेकिन शिक्षक ने जिस तरह से छात्रों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी उससे बच्चों में अलगाववाद की भावना विकसित होता है। आदेश में कहा गया है कि शिक्षक के इस कृत्य से पता चलता है कि उसने अपने कर्तव्य को निभाने में लापरवाही की है।
कर्नाटक शिक्षा विभाग की कार्रवाई
शिक्षक के इस तरह के व्यवहार से शैक्षणिक व्यवस्था पर ना सिर्फ बुरा प्रभाव पड़ेगा बल्कि शैक्षिक संस्थानों की प्रगति भी नहीं हो सकेगी।कोलार जिले के सोमेश्वरपाल्या में बालचेंगप्पा कन्नड़ मॉडल हाई स्कूल की हेड मिस्ट्रेस एस एम उमादेवी को निलंबित किया गया।
आदेश में इस बात का भी जिक्र है कि शिक्षक का व्यवहार सरकारी कर्मचारी की गरिमा के अनुरूप नहीं है और वो कर्नाटक सिविल कांडक्ट रूल्स 1966 के खिलाफ है। लिहाजा इस आधार पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ था वायरल
उमा देवी को अगले आदेश तक के लिए निलंबित किया गया है। इसके साथ ही उन्हें बिना इजाजत जिला नहीं छोड़ने की हिदायत भी दी गई है। करीब 20 छात्रों द्वारा कक्षा के अंदर नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हो गया था।