- बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना में किया सद्बुद्धि महायज्ञ
- 'लालू राबड़ी मोर्चा' के नेता तेज प्रताप यादव ने यज्ञ के जरिए साधा नीतीश कुमार पर निशाना
- तेज प्रताप ने दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के छात्रों और मजदूरों को वापस लाने की मांग की
पटना: बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आज पटना स्थित अपने आवास पर 'सदबुद्धि महायज्ञ' का आयोजन किया। इस यज्ञ के जरिए उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें 'बुद्धि' प्रदान करने की कामना की। तेजप्रताप ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के छात्रों और मजदूरों को वापस लाने की अपील की।
हम बिहार की जनता के साथ हैं
यज्ञ के पीछे का उद्देश्य बताते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा, 'हम हैं न बिहार की जनता के लिए। एक भाई दिल्ली में है तो एक यहां है। भैया चाहते तो भाजपाई नेताओं की तरह लॉकडाउन का उल्लंघन कर आ सकते थे पर आए नहीं।' इससे पहले तेज ने ट्वीट कर नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था, 'सुनो घोटालों के सरताज़, बिहार का भविष्य, बिहार के बाहर है दाने-दाने को मोहताज..! सद्बुद्धि यज्ञोपरांत माता रानी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को सद्बुद्धि देने की मांग करूंगा।। अपने सरकारी आवास, समय- 12 बजे दिन।'
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पहले भी किया था हवन
यह पहला मौका नहीं है जब तेज प्रताप ने इस तरह का यज्ञ किया हो। इससे पहले मार्च के अंत में उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपने घर पर हवन-पूजन किया था। नवरात्र के मौके पर तेजप्रताप ने पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करत हुए लोगों से घर में रहने की अपील की थी। तेज ने तब कहा था कि ऐसी महामारी का मुकाबला हम पहले भी ऐसे हवन-पूजन और माता की अराधना करके करते रहे हैं।
लॉकडाउन से फंसे लाखों लोग
दरअसल पूरे देश में लॉकडाउन जारी है जिस वजह से लाखों की संख्या में छात्र, प्रवासी मजदूर, श्रमिक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्य सरकारों ने अपने नागरिकों को दूसरे राज्यों से वापस लाने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में कई राज्य केंद्र के साथ बातचीत कर अपने नागरिकों को वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर लोगों को वापस लाया गया तो लॉकडाउन का फिर फायदा नहीं होगा।
बिहार में 243 कोरोना के मरीज
पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और बिहार भी इससे अछूता नहीं रहा है। राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 243 हो गई है जिसमें से 46 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं जबकि 2 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।