नई दिल्ली : सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध देश भर में हो रहा है। लेकिन इसका व्यापक विरोध प्रदर्शन बिहार में हो रहा है। इसी बीच प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस योजना को वापस लिया जाना चाहिए क्योंकि इसको लेकर युवाओं के मन में काफी शंकाएं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि क्या यह शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा जैसी योजना है या फिर इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कोई 'गुप्त एजेंडा' है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इसके अलावा सरकार से 20 सवाल पूछे और कहा कि लोगों के मन में कई शंकाएं हैं, जिन्हें सरकार को दूर करना चाहिए। यादव ने पूछा कि अग्निपथ योजना, सेना में भर्ती होने वाले अधिकारियों के लिए क्यों नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मुद्दे पर चुप क्यों हैं? यादव ने यह भी कहा कि सरकार 'वन रैंक, वन पेंशन' की बात करती है, लेकिन ऐसी योजना लेकर आई है, जिसमें ''न रैंक है, न पेंशन'' है। तेजस्वी ने 20 सवालों के साथ ट्वीट किया, केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लाई गयी योजनाएं Take off से पहले ही Crash हो जाती है। ऐसी योजनाओं की अकाल मृत्यु हो जाती है लेकिन BJP के लोग आखिर तक फालतू में इनका Hip-Hip Hurray करते रहते है और बाद में योजना वापस ले लेते है।
उन्होंने योजना को लेकर सरकार से कई सवाल पूछे हैं-
क्या 'अग्निवीरों' को नियमित सैनिकों की तरह एक साल में 90 दिन की छुट्टी दी जाएगी?
क्या सेवा के दौरान और कार्यकाल के अंत में सैनिकों द्वारा अर्जित धन से कर काटा जाएगा?
क्या उन्हें ग्रेच्युटी दी जाएगी?
क्या उन्हें सैन्य कैंटीन की सुविधा व भूतपूर्व सैनिकों को उपलब्ध चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी?
सरकार बेरोजगारी की बड़ी समस्या का समाधान क्यों नहीं करती?
क्या सरकार बेरोजगारी के कारण हुई हिंसा और अराजकता के लिए जिम्मेदार नहीं है?
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के तहत विभिन्न विभागों में 10 लाख से अधिक पद हैं और उन्होंने पूछा कि क्या पदों को खाली रखने के लिए जनता और विपक्ष दोषी हैं।
तेजस्वी ने युवाओं से योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और जो सैनिक बनना चाहते हैं, वे आक्रोशित हैं। उन्होंने आगजनी और हिंसा के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को जिम्मेदार ठहराने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दावों को खारिज किया और कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, लेकिन विपक्ष को दोषी ठहराया जा रहा है। भाजपा और जदयू के बीच कथित आरोप-प्रत्यारोप के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि यह डबल इंजन की सरकार है और जदयू योजना की आलोचना करके अपनी ही सरकार पर हमला कर रही है।