- देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले 11,000 पार कर गए हैं
- बिहार में इस बीमारी के संक्रमित मरीजों की संख्या 66 हो गई है
- लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों की समस्याओं को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भड़के
पटना: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन किया। उसके बाद दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों के रोजगार ठप हो गए। वे लोग शहर छोड़कर पैदल ही अपने गांव की ओर प्रस्थान करने लगे। ये भी खबरें आई हैं कि लोगों को खाने के लाले पड़ने लगे हैं। इसके बाद इसको लेकर सियासत भी होने लगी। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस को लेकर आए हवाई जहाज वाले और भुगतना पड़ रहा है पैदल चलने वालों को।
कोरोना लेकर आए पासपोर्ट वाले, भुगत रहे हैं बीपीएल वाले
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि यह बीमारी लेकर आए हवाई जहाज वाले और भुगते पैदल चलने वाले, कोरोना लेकर आए पासपोर्ट वाले और कीमत अदा करे बीपीएल राशनकार्ड वाले। अमीरों की शानो-शौकत और बीमारी का हर्जाना बेचारे करोड़ों गरीब लोग भुगत रहे है। गरीबों की मदद के लिए क्यों नहीं वो अब आगे आ रहे है?
कोरोना से कोई मरे ना मरे, भूख से जरूर मर जाएंगे
दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि सरकारें सोचतीं है कि वो गरीबों के खाते में महज 500 रुपए डालकर और उन्हें मुट्ठीभर दाल-चावल का लालच देकर बहला लेंगी। मैं सरकारों से प्रार्थना कर रहा हूं कि कोरोना से कोई मरे ना मरे लेकिन करोड़ों गरीब लोगों को घर भेज, महीनों के राशन का इंतजाम करे अन्यथा वो भूख से जरूर मर जाएंगे।
नीतीश से लगाई गुहार
अगले ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि आदरणीय नीतीश जी, आप वरिष्ठ नेता है। जब उतराखंड में फंसे हजारों गुजरातियों को डिलेक्स बस में विशेष इंतजाम करके अहमदाबाद ले जाया जा सकता है तो गरीब बिहारियों को 21 दिनों बाद भी साधारण ट्रेन से वापस क्यों नहीं लाया जा सकता? कृपया केंद्र से बात कर गरीबों के लिए कोई रास्ता निकालिए।
बिहार में 66 और देश भर में 11000 से ज्यादा मामले
बिहार में इस बीमारी के संक्रमित मरीजों की संख्या 66 हो गई है जबकि एक मरीज की मौत हो चुकी है। देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले 11,000 पार कर गए हैं, जबकि 370 से ज्यादा लोगों की अब तक जान जा चुकी है।