नई दिल्ली: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि विपक्षी दलों को भाजपा से मुकाबला करने की रणनीति पर एक साथ काम करने के लिए मतभेदों और अहंकार को अलग रखना चाहिए। आरजेडी नेता ने कहा कि ऐसा ने करने पर इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा। 'द इंडियन एक्सप्रेस' के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में तेजस्वी ने कहा कि विपक्ष के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है और उनकी रणनीति 'वास्तविक मुद्दों' पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को भविष्य में किसी भी विपक्षी गठबंधन का 'आधार' बनना होगा।
यादव ने कहा कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और शरद पवार जैसे नेता देश की स्थिति के बारे में चिंतित हैं और समय-समय पर बोलते हैं। उन्हें एक साथ मिलकर विभिन्न राज्यों की यात्रा करने की जरूरत है। तेजस्वी ने कहा, 'मुझे लगता है कि जल्द ही कुछ सामने आएगा। मुझे लगता है कि विपक्षी दलों के सदस्य बैठकर बात करेंगे। जब कोई मुझसे पूछता है, तो मैं कहता हूं कि समय आ गया है, और हमें जितनी जल्दी हो सके बात करनी चाहिए। दरअसल, जिस दिन से हम हारे थे उसी दिन से हमें बात करना शुरू कर देना चाहिए था।'
तेजस्वी ने बताया- विपक्ष को क्या करना होगा
उन्होंने कहा कि और हमें लगातार लोगों तक पहुंचना चाहिए। हम (राजद) बिहार तक सीमित हैं, कोई बंगाल तक सीमित है, कोई महाराष्ट्र तक सीमित है। इसलिए हमें गठबंधन करना है, साथ आना है और हमें हर राज्य में एक साथ जाना है। और हमें उन्हें (लोगों को) बताना चाहिए कि ये मुद्दे हैं, यही काम है, उन्होंने (भाजपा ने) यह वादा किया था, उन्होंने इसे पूरा नहीं किया। हमें लोगों को विश्वास दिलाना है। अगर हम लोगों को मना नहीं सकते हैं, तो कहीं न कहीं गलतियां हैं। शायद हम एकजुट नहीं दिखते। हमें मतभेद और अहंकार को दूर करना चाहिए और यह नहीं देखना चाहिए कि कौन क्या बनेगा (अगर हम जीत गए तो)। देश बचेगा तो कोई न कोई (उसका नेता) होगा। लेकिन अगर ये लोग (बीजेपी) ज्यादा दिन तक रहे तो देश का कुछ नहीं बचेगा।