नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लंबे समय से स्थगित है और इस बीच राहुल गांधी औपचारिक रूप से कार्यभार भी नहीं संभाल रहे हैं। ऐसे में पार्टी में नेतृत्व के शून्य को भरने की कवायद को लेकर एक विकल्प पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस में एक से अधिक उपाध्यक्ष नियुक्त करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के अनुसार, प्रस्ताव पर एक साल से अधिक समय से काम चल रहा है, लेकिन हाल ही में संगठनात्मक चुनावों के स्थगित होने के बाद यह एक बार फिर सामने आया है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है लेकिन यह देखना होगा कि क्या AICC के आगामी फेरबदल में यह सफल होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चर्चा यह थी कि क्या 'उपाध्यक्ष' या 'कार्यकारी अध्यक्ष' नियुक्त किया जाए।
इसका अर्थ है एक पूर्णकालिक अध्यक्ष की अनुपस्थिति में एक नेता को पार्टी का प्रभारी बनाया जाए। जैसा कि पहले बताया गया था कि प्रस्ताव के अनुसार क्षेत्रीय जिम्मेदारियों के साथ उपाध्यक्षों की नियुक्ति होनी चाहिए। यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को भी इसी जिम्मेदारी पर बनाए रखने की अटकलें लगाई जा रही हैं। राज्य में 2022 की शुरुआत में चुनाव होने हैं।
2019 लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया, तभी से उन्हीं के हाथों में पार्टी की कमान है। पार्टी में लगातार नए अध्यक्ष की मांग उठ रही है। हालांकि अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। कहा जा रहा है कि इसमें इसलिए भी विलंब हो रहा है क्योंकि राहुल फिर से कमान संभालने के लिए अभी तैयार नहीं है। इससे कांग्रेस को लगातार नुकसान हो रहा है। चुनावों में उसे लगातार हार मिल रही है साथ ही कई राज्यों में भी पार्टी में ही विवाद हो रहा है।