- कोलकाता में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से मिलने वाले हैं तेजस्वी यादव
- एक राजद नेता का कहना है कि बंगाल में राजद को ज्यादा सीटें नहीं दे रही कांग्रेस
- राजद को एक बार फिर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना चाहते हैं तेजस्वी यादव
नई दिल्ली : पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा होने के बाद राजनीतिक दलों ने अपने गठबंधन को अंतिम रूप देने और सीटों का समीकरण बिठाने में जुट गए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पश्चिम बंगाल और असम में चुनाव लड़ना चाहता है। राजद नेता तेजस्वी यादव असम दौरे पर पार्टी की चुनावी तैयारियों पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि राजद को एक बार फिर से राष्ट्रीय पार्टी का दर्ज दिलाना लक्ष्य है। इसके लिए असम में उनकी कांग्रेस और बदरूद्दीन अजमल के साथ बातचीत चल रही है लेकिन पश्चिम बंगाल में राजद कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन का हिस्सा बनेगी, इस बारे में अभी संशय है। सोमवार को खबर आई कि तेजस्वी कोलकाता में टीएमसी प्रमुख से मिलने वाले हैं। इस मुलाकात के दौरान उनकी ममता से चुनाव पर चर्चा होगी।
असम में कांग्रेस के साथ गठबंधन की चर्चा
असम में राजद की कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की चर्चा चल रही है तो तेजस्वी कोलकाता में ममता बनर्जी से मिलने वाले हैं। ममता से उनकी मुलाकात अटकलों को जन्म दे रही है। सवाल है कि क्या बंगाल में राजद कांग्रेस को छोड़ टीएमसी के साथ जाएगा। राजद के एक नेता ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि बिहार चुनाव में राजद ने कांग्रेस को 70 सीटें दी थीं। पार्टी बंगाल में इस बार कम से कम दर्जन भर सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन कांग्रेस इतनी सीटें देने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए तेजस्वी अपनी चुनावी संभावनाओं को देखते हुए टीएमसी प्रमुख के साथ मुलाकात कर रहे हैं।
बंगाल में कांग्रेस के साथ सीटें पर फंसा है पेंच
इस राजद नेता की बात पर अगर गौर करें तो जाहिर है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ सीटों पर पेंज फंसा है। दरअसल, टीएमसी प्रमुख से मुलाकात कर तेजस्वी एक तरह से कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हो सकता है कि इस मुलाकात के बाद कांग्रेस उन्हें कुछ और सीटें देने के लिए तैयार हो जाए। पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए कांग्रेस ने इस पर लेफ्ट और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दिकी के साथ गठबंधन किया है।
बंगाल के सियासी समीकरण पर सभी की नजर
बंगाल चुनाव में राजद अगर टीएमसी के साथ जाता है तो भाजपा के लिए उस पर हमला करना ज्यादा आसान होगा। भाजपा नेता यह बताने की कोशिश करेंगे कि ये गठबंधन सत्ता के फायदे के लिए हुआ हैं। बंगाल में कांग्रेस टीएमसी पर तीखा हमला बोल रही है। ऐसे में राजद के लिए टीएमसी का बचाव करना दुविधा की स्थिति होगी। बहरहाल, राजद बंगाल में किसके साथ जाएगा इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। लेकिन इन चुनावों राजद कौन सा सियासी समीकरण बिठाता है इस पर सभी की नजरें होंगी। पश्चिम बंगाल में इस बार आठ चरणों में चुनाव होंगे और नतीजे 2 मई को आएंगे। राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला भाजपा और टीएमसी के बीच है। कांग्रेस गठबंधन मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहा है।