बिहार की राजनीति भी अजब है यहां पर किसी भी चीज की भेड़चाल हो जाती है तो वहीं मौका मिलने पर विरोधियों को नीचा दिखाने का कोई मौका भी नहीं गंवाया जाता है। सूबे की राजनीति में लालू प्रसाद का जिक्र बेहद लाजमी है जैसे बिन आलू के समोसा समोसा नहीं है वैसी ही भूमिका राज्य की राजनीति में लालू के परिवार की है। आरजेडी की कमान इस बार लालू की गैरमौजूदगी में उनके बेटे तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं, तेजस्वी ने वुधवार को परिवार की परंपरागत सीट वैशाली की राघोपुर सीट से नामांकन भरा। घर से निकलने से पहले तेजस्वी ने अपनी मां और बड़े भाई के पैर छूकर आशीर्वाद क्या लिया आरजेडी और बीजेपी को तो जैसे मौका मिल गया...निकाला गया उनका पुराना ट्वीट और तेजस्वी पर सधने लगा निशाना...
तेजस्वी यादव ने नॉमिनेशन के पहले अपनी मां राबड़ी देवी और बड़े भाई तेज प्रताप यादव के पैर छूकर आशीर्वाद लिया वहीं सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव के मां के पैर छूने की तस्वीर वायरल हो गई तेजस्वी यादव के मां के पैर छूने पर बीजेपी बिहार के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से तेजस्वी यादव को पुराने ट्वीट की याद दिलाते हुए जोरदार तंज कसा गया।
...उस वक्त तेजस्वी यादव ने लिखा था ‘क्या तमाशा है?’
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी अप्रैल 2019 में अहमदाबाद में वोट डालने के पहले गुजरात पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने गांधीनगर में अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था. इस ट्वीट पर तेजस्वी यादव ने लिखा था ‘क्या तमाशा है?’ वहीं बीजेपी के साथ जेडीयू वैशाली के ट्विटर हैंडल से भी तेजस्वी पर निशाना साधते हुए लिखा गया- आप करें तो आशीर्वाद बाकी करें तो तमाशा. अजीब विडंबना ...
बिहार विधानसभा चुनाव में राजद, कांग्रेस समेत दूसरे दलों ने महागठबंधन बनाया है, इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव-राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को समस्तीपुर की हसनपुर सीट से पर्चा भरा था।
वहीं लालू भी ट्वीट वार में पीछ नहीं हैं मंगलवार को भोजपुरी में किए अपने ट्वीट में लालू प्रसाद ने कहा है कि नीतीश के भूतकाल में जिये के आदत बन गइल बा और खासकर 30 साल पहिले के बात सपना में भी करे लऽन...
तेजस्वी ने बुधवार को राघोपुर सीट पर नामांकन दाखिल किया, जहां उनका मुकाबला बीजेपी के सतीश यादव से है, जो पहले विधायक रह चुके हैं, गौरतलब है कि सतीश यादव लगातार तीसरी बार राघोपुर सीट से किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतर रहे हैं और 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के टिकट पर सतीश यादव ने चुनाव लड़कर राघोपुर सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को मात दी थी। यह सीट 1995 में तब चर्चा में आया, जब आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इसे अपना क्षेत्र चुना था।