- तेलंगाना के नए सचिवालय में मंदिर, मस्जिद और चर्च एक साथ होंगे
- सीएम केसीआर ने इन्हें 'गंगा जमुनी तहजीब' का प्रतीक बताया है
- उन्होंने यह भी कहा कि तेलगांना धार्मिक सहिष्णुता का पालन करेगा
हैदराबाद : तेलंगाना में नए सचिवालय का निर्माण होना है, जिसमें मंदिर, मस्जिद और चर्च तीनों एक साथ होंगे। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इसे गंगा, जमुनी तहजीब का प्रतीक बताया है और कहा कि राज्य धार्मिक सहिष्णुता का पालन करेगा। यह फैसला प्रगति भवन में हुई एक बैठक के बाद लिया गया, जिसमें सीएम केसीआर के साथ हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और विभिन्न समुदायों के वरिष्ठ लोगों ने हिस्सा लिया।
नए सचिवालय में मंदिर, मस्जिद, चर्च तीनों के एक साथ निर्माण को 'गंगा जमुनी तहजीब' का प्रतीक बताते हुए सीएम ने कहा कि सभी धार्मिक पूजा स्थलों की नींव एक ही दिन रखी जाएगी, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया और उन्हें पूरा किया जाएगा। इस दौरान उन दो पुरानी मस्जिदों के निर्माण का फैसला लिया गया, जिन्हें पुराने सचिवालय भवनों को तोड़े जाने के दौरान क्षतिग्रस्त हुए थे।
'धार्मिक सहिष्णुता का पालन करेगा तेलंगाना'
सीएम केसीआर ने कहा कि दो मस्जिदों का निर्माण 750-750 वर्ग फीट (कुल 1500 वर्ग फीट) में किया जाएगा, जिसमें एक इमाम क्वार्टर्स भी होगा। नए सचिवालय में इनका निर्माण उसी स्थान पर किया जाएगा, जहां वे पहले थे। निर्माण के बाद इन्हें राज्य वक्फ बोर्ड को सौंप दिया जाएगा। यहां मंदिर का निर्माण भी 1,500 वर्ग फीट में भी किया जाएगा और बाद में इसे धार्मिक मामलों के विभाग को सौंप दिया जाएगा।
राज्य में चूंकि ईसाई समुदाय के लोगों ने मांग की थी कि नए सचिवालय में उनका भी चर्च होना चाहिए, इसलिए सरकार चर्च का भी निर्माण कराएगी। सीएम ने कहा कि राज्य सभी धर्मों को समान मानता है और तेलंगाना धार्मिक सहिष्णुता का पालन करेगा। नए सचिवालय में तीनों धार्मिक स्थलों के लिए शिलान्यास अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में होने की उम्मीद की जा रही है, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।