नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से तनाव और पश्चिम में पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ के खतरों के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने चेताया कि आतंकवाद अब भी एक बड़ा खतरा बना हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकी बर्फबारी से पहले और अब सुरंगों के जरिये भी घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं, जिसे लेकर विशेष सकर्तता बरतने की जरूरत है।
सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा, 'हमारी पश्चिमी सीमा पर जो हालात हैं, उसे देखते हुए स्पष्ट है कि आतंकवाद एक गंभीर खतरा बना हुआ है और यह सभी प्रयासों के बावजूद समाप्त नहीं हो रहा है। आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने की कोशिश में लगे हैं, ताकि सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बाधित किया जा सके।'
'बढ़ गई है घुसपैठ की कोशिश'
सेना प्रमुख ने कहा, 'सर्दियों की शुरुआत के साथ घुसपैठ की कोशिश बढ़ गई है। आतंकी ठंड व बर्फबारी के कारण विभिन्न दर्रों व मार्गों के बंद हो जाने से पहले घुसपैठक की कोशिश में हैं। यही वजह है कि वे दक्षिण की तरफ बढ़ रहे हैं और अब निचले क्षेत्रों में सुरंगों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे हैं।'
यहां उल्लेखनीय है कि सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में एक सुरंग का पता लगाया था। बीएसएफ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने आशंका जताई थी कि नगरोटा में हाल ही में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी संभवत: इसी सुरंग के जरिये भारतीय क्षेत्र में दाखिल हो गए थे। इसकी लंबाई 30-40 मीटर बताई जा रही है, जो सांबा जिले में पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास था।