- फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार पर बनाई है 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म
- तथ्यों एवं घटनाओं पर आधारित इस फिल्म को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सिनेमा घरों में पहुंच रहे हैं
- इस फिल्म के रिलीज होने के बाद सियासी विवाद भी उठ खड़ा हुआ है, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने आ गए हैं
'The Kashmir Files' फिल्म ने 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए जुल्म, अत्याचार एवं त्रासदी को एक बार फिर सामने ला दिया है। 30 साल पहले कश्मीरी पंडितों के साथ घाटी में क्या हुआ, यह फिल्म विस्तार से उसके बारे में बताती है। गत 11 मार्च को रिलीज हुई फिल्म को बड़ी संख्या में लोग देखने के लिए पहुंच रहे हैं। फिल्म देखने के बाद लोग कश्मीरी पंडितों के लिए इंसाफ एवं दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते नजर आए हैं। जयपुर में 'द कश्मीर फाइल्स' देखने के बाद दर्शकों ने मॉल में 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे लगाए।
1990 के दशक में घाटी से भगाए गए कश्मीरी पंडित
'द कश्मीर फाइल्स' के जरिए लोग 1990 के उस दशक को देख पा रहे हैं जब कश्मीर में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों के परिवारों पर कहर बरपाया। बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों का 'नरसंहार' हुआ और उनकी संपत्ति से उन्हें बेदखल कर दिया गया। डर और दहशत में लाखों लोगों को अपना घर-बार छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में शरण लेनी पड़ी। कश्मीरी पंडितों के साथ हुए जुल्म एवं त्रासदी की कहानी अब परदे पर सामने आ गई है और लोग हकीकत से परिचित हो रहे हैं। फिल्म देखने के बाद फरीदाबाद में लोगों ने हाथों में बैनर एवं पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया।
आज भी क्यों डराता है कश्मीरी पंडितों को 14 सितंबर और 19 जनवरी का दिन, जानें 90 दशक की 'कश्मीर फाइल्स'
जयपुर के मॉल में लगे 'वंदे मातरम के नारे'
जयपुर के आइनोक्स मॉल में फिल्म देखने के बाद दर्शकों ने कहा कि वह कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय एवं अत्याचार से अब तक अपरिचित थे लेकिन फिल्म देखने के बाद उन्हें अहसास हो गया है कि उनके साथ क्या हुआ था। कश्मीरी पंडितों के साथ हुए जुल्म को अब तक छिपाया गया था लेकिन अब वह फिल्म के जरिए सामने आ गया है। यहां फिल्म देखकर बाहर निकले दर्शकों ने 'वंदे मातरम' के नारे लगाए। एक दर्शक ने कहा कि 1990 के दशक की सच्चाई सामने लाने के लिए हम विवेक अग्निहोत्री और अनुपम खेर को बधाई देना चाहते हैं।
थियेटर में 'The Kashmir files' की आवाज म्यूट की तो भड़क गए दर्शक, मैनेजर से की बहस
फरीदाबाद में हुआ प्रदर्शन
फिल्म देखते हुए कई वीडियो सामने आए हैं। इन वीडियो में दर्शक कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार देखकर रोने लगे हैं। कश्मीरी पंडितों को न्याद दिलाने की मांग देश-विदेश हर जगह उठने लगी है। न्यूयॉर्क में कश्मीरी पंडितों के लिए मौन रखा गया। यहां लोगों ने हाथों में मोमबत्ती लेकर कश्मीरी पंडितों के समर्थन में एकजुटता जाहिर की। तो फरीदाबाद में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। यहां लोगों ने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और कश्मीरी पंडितों को न्याय देने और दोषियों के लिए सजा की मांग की। लोगों ने नारे लगाए 'कश्मीर के कातिलों को सजा दो सजा दो।'
Kashmir Files पर कांग्रेस के ट्वीट से मचा बवाल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और जितेंद्र सिंह बोले- सच आया सामने
विवेक अग्निहोत्री ने री-ट्वीट किया रोती महिला का वीडियो
फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने 'द कश्मीर फाइल्स' देखने के बाद थियेटर में रोती एक महिला का वीडियो री-ट्वीट किया है। इस ट्टीट में उत्पल कौल नाम के व्यक्ति ने कहा है कि गुड़गांव में यह फिल्म देखने के बाद मेरी छोटी बहन आशा खुद को रोक नहीं पाई और वह रोने लगी। दिल को दहला देने वाली यह फिल्म कश्मीर में 'नरसंहार' की दर्दभरी कहानी बयां करती है। ये आंसू 32 साल पुराने हैं जो अब निकल रहे हैं। हमारे सच को अब तक अनदेखा किया गया था लेकिन इस फिल्म के जरिए वह सामने आ गया है।