- कश्मीर पंडितों के पलायन, दुख-दर्द की कहानी बयां करती है 'द कश्मीर फाइल्स'
- सिनेमाघरों में 11 मार्च को रिलीज हुई यह फिल्म, राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है
- कश्मीरी पंडितों के 'नरसंहार' पर केरल कांग्रेस के ट्वीट के बाद विवाद बढ़ गया है
'The Kashmir Files: 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व गेंदबाज ने कश्मीरी पंडितों के 'नरसंहार' को नकारने एवं उसे 'सामान्य घटना' के रूप में पेश करने के लिए कांग्रेस पार्टी की आलोचना की है। वेंकटेश प्रसाद ने अपने ट्वीट में कहा है कि 'यह फिल्म आंख खोलने वाली है और शायद यह एक बड़े हिमखंड का एक छोटा हिस्सा भर है।' फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' सिनेमाघरों में 11 मार्च को रिलीज हुई। इस फिल्म को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
फिल्म को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने
इस फिल्म को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल पड़ा है। दरअसल, फिल्म पर इस पूरे विवाद की शुरुआत केरल कांग्रेस के सिलसिलेवार ट्वीट से हुई है। केरल कांग्रेस ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि 'कश्मीरी पंडितों के बारे में तथ्य यह है कि 1990 से लेकर 2007 तक हुए आतंकी हमलों में करीब 400 कश्मीरी पंडित मारे गए जबकि इसी दौरान आतंकियों ने 15 हजार मुसलमानों की हत्या की।' केरल कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
पूर्व गेंदबाज ने कहा, 'कांग्रेस उठने की जगह और नीचे गिरने का तरीका खोज लेती है। दुख की बात है कि इस पार्टी ने कश्मीरी पंडितों की भावनाओं को फिर से चोट पहुंचाई है। कश्मीर फाइल्स फिल्म आंख खोलने वाली है और यह संभवत: एक बड़े हिमखंड का हिस्सा भर है।'
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'कश्मीरी पंडितों से ज्यादा मुसलमान मारे गए'
व्यकटेश प्रसाद की यह प्रतिक्रिया 'कश्मीरी पंडितों के नरसंहार' पर केरल कांग्रेस के ट्वीट्स के बाद आई है। अपने ट्वीट में कांग्रेस ने कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार' से इंकार किया है। 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार, उत्पीड़न एवं दुख-दर्द को बयां करती है। इस फिल्म को कई राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है। केरल कांग्रेस का कहना है कि जिस सयम कश्मीरी पंडितों का कश्मीर से पलायन हुआ उस समय राज्य के गर्वनर जगमोहन थे और वह 'आरएसएस के व्यक्ति थे।' केंद्र में उस समय वीपी सिंह की सरकार थी जिसका समर्थन भाजपा कर रही थी।
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...तो कांग्रेस को होती है पीड़ा- पूनावाला
केरल कांग्रेस के ट्वीट पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी प्रतिक्रिया दी है। पूनावाला ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति के चलते लाखों कश्मीरी पंडितों को नरसंहार हुआ और उन्हें पलायन करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी कश्मीर हिंदुओं के 'नरसंहार' को केवल इसलिए नकारती है क्योंकि उसे वोट बैंक की राजनीति करनी है। वह इस्लामी, जेहादी तत्वों को खुश रखती आई है। यह पहली बार नहीं है। पत्थरबाजों, अलगाववादियों, आतंकवादियों पर कार्रवाई होती तो कांग्रेस को पीड़ा होती है। तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक गिर सकती है।