- यूपी में कोरोना संक्रमण के 42 मामले
- गौतमबुद्धनगर, लखनऊ और आगरा सबसे ज्यादा प्रभावित
- कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण का सामना करने के लिए पूरे देश में 21 दिन तक लॉकडाउन है, एक तरह से कर्फ्यू है, हालांकि यूपी सरकार की तरफ से कहा गया है कि लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। लेकिन आम लोगों को खासतौर से बेसहारा लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसका भी ख्याल रखा जाएगा।
दरियादिल भी है नोएडा पुलिसयूपी के अलग अलग शहरों खासतौर से लखनऊ की तस्वीर आई थी जिसमें पुलिसकर्मी कुछ लोगों को पीटते नजर आए। पुलिसिया कार्रवाई की आलोचना भी हुई। लेकिन सेक्टर-36 में थाना बीटा-2 नोएडा पुलिस द्वारा दिव्यांग के परिवार को खाने-पीने के राशन को देकर सहायता दी। थाने के संबंधित स्टॉफ इस बात की कोशिश कर रहा है कि लॉकडाउन की वजह से आम तौर पर किसी को परेशामी न हो। खासतौर से ऐसे लोग जो हर एक दिन काम पर रहते हैं। लेकिन इस समय काम न मिलने की वजह से रोजमर्रा की चीजें नहीं मिल पा रही हैं।
कहीं पिटाई, कहीं प्यार
सवाल यह है कि क्या हमारी नजरों में पुलिस की लाठियां ही नजर आ रही हैं, तो दरअसल इसका जवाब यही होता है कि पुलिसकर्मी आमतौर पर गालीगलौज की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। ग्रेटर नोएडा के इलाके में रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि पेट्रोलिंग पर तैनात पुलिसकर्मी असभ्य भाषा का इस्तेमाल कर देते हैं। लेकिन पुलिस वही है, वर्दी वही है,लेकिन सोच सोच का फर्क है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि एक तरफ लॉकडाउन को शत प्रतिशत लागू कराया जाएगा तो दूसरी तरफ इस बात की भी कोशिश की जा रही है लोगों को असुविधा न हो।